मध्य प्रदेश में तेज बारिश (Heavy Rainfall) से कई इलाकों का संपर्क टूट गया है, नर्मदा सहित कई नदियां उफान पर आ गई हैं. मौसम विभाग के मुताबिक, तेज बारिश का सिलसिला अभी दो-तीन दिनों तक चल सकता है. शुक्रवार को सबसे ज्यादा बारिश नरसिंहपुर में दर्ज की गई थी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने इस मामले में उच्चस्तरीय बैठक के बाद प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया और कहा आवश्यकता होने पर सेना और वायुसेना की मदद भी ली जाएगी.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल, होशंगाबाद तथा जबलपुर संभाग में आगामी 48 घंटों में बन रही अतिवृष्टि की संभावनाओं को देखते हुए, जिला प्रशासन को निरंतर सतर्क रहने के निर्देश दिए. उन्होंने प्रशासन को एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, नावों, गोताखोरों तथा उपकरणों की तत्काल उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा. निचली बस्तियों में पानी भरने की आशंका को देखते हुए लोगों को समय रहते राहत शिविरों में शिफ्ट किया जाए. शिविरों में कोरोना से बचाव की सभी सावधानियाँ बरती जाएं.
मध्य प्रदेश के कई इलाकों में तेज बारिश से कई इलाकों का संपर्क टूट गया,नर्मदा सहित कई नदियां उफान पर हैं,@ChouhanShivraj ने इस मामले में उच्चस्तरीय बैठक के बाद प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया कहा आवश्यकता होने पर सेना और वायुसेना की मदद ली जाएगी @ndtvindia @ndtv pic.twitter.com/7RFRFFpNAe
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) August 29, 2020
नर्मदा नदी के लगातार बढ़ते जलस्तर और विभिन्न बांधों के गेट खुलने तथा सहायक नदियों से आ रहे पानी के कारण होशंगाबाद, शाहगंज तथा बरेली में जिला प्रशासन को आगामी 10 दिन के लिए मुस्तैद रहने के निर्देश भी दिए गए हैं. मुख्यमंत्री निवास में आयोजित बैठक में संभागवार स्थिति पर चर्चा हुई.
With most rivers, including Narmada and its tributaries, in spate Chief Minister @ChouhanShivraj held a high-level meeting this morning and instructed the state administration and rescue officials to be on alert for flood-related relief work #rain #Flood pic.twitter.com/xKxnSIEUPZ
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बैठक में जानकारी दी गई की भोपाल, होशंगाबाद तथा जबलपुर संभाग में निरंतर अतिवर्षा जारी है तथा अगले 48 घंटों में भी वर्षा की संभावना है. साथ ही सागर तथा उज्जैन संभाग भी वर्षा से प्रभावित हैं. ग्वालियर संभाग भी इससे प्रभावित होगा.
A young man, who was trapped for over 24 hours in the #waters released from a dam in Chhindwara, has been airlifted to safety by a team of the #NDRF #rains #Flood pic.twitter.com/wpMetXxq3S
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राज्य के सारे बांध लगभग भर गए हैं. तवा डैम के 13 में 13 गेट खोले गए हैं, इंदिरा सागर बांध के 22 गेट, ओंकारेश्वर में 23 में से 21 गेट, राजघाट बांध पर 18 में से 14 गेट, बरगी बांध 21 में से 17 गेट खोले गए हैं. सरदार सरोवर बांध हाई लेवल से 7 मीटर नीचे है. मण्डला तथा पेंच बांध के भी गेट खोले गए हैं. जबलपुर संभाग में छिंदवाड़ा और नरसिंहपुर में सबसे अधिक बारिश हुई है. छिंदवाड़ा के बेलखेड़ा में 150 लोगों को सुरक्षित कैम्प में पहुंचाया गया. यहां बाढ़ में फंसे मधु कहार को सुरक्षित निकाला गया.
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