
कंप्यूटर बाबा को इसी साल राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया था.
भोपाल:
मध्यप्रदेश सरकार ने जिन पांच संतों को राज्यमंत्री बनाया था, उनमें से स्वामी नामदेव त्यागी उर्फ 'कंप्यूटर बाबा' ने सरकार पर अवैध उत्खनन और गायों की अनदेखी के गंभीर आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया. कंप्यूटर बाबा ने NDTV से खास बातचीत में 20 मिनट में अपने फैसला दो बार बदला. पहले उन्होंने कहा इस्तीफे की ख़बर झूठी है, वह चाहते हैं जैसे सरकार ने गौ-मंत्रालय बनाने का ऐलान किया है वैसे ही नर्मदा मंत्रालय भी बनाए. इसके बाद वह संतों के साथ चर्चा करने बैठे और थोड़ी देर बाद तल्ख अंदाज़ में सरकार पर गंभीर आरोप लगाने लगे.
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NDTV संवाददाता ने जब उनसे सवाल किया कि आपने अभी कहा था कि इस्तीफा नहीं देंगे फिर क्या हुआ तो कंप्यूटर बाबा ने कहा कि संतों की बैठक में निर्णय लिया कि बाबा आप मंत्री बनें लेकिन शिवराज सिंह से अपनी बात नहीं मनवा पाए, जब मुझे शून्य नंबर मिले मैं फेल हो गया तो सरकार में कैसे रहूं. शिवराजजी ने मुझसे कहा था महाराज सरकार में आपको शामिल करता हूं अवैध उत्खनन उसी दिन बंद हो जाएगा, गाय की दुर्दशा तुरंत बंद कर देंगे. मठ-मंदिर में कलेक्टर का नाम हटा देंगे पुजारी का नाम डालेंगे, संतों के लिये ज़मीन आवंटन करेंगे लेकिन शिवराज ने केवल ढकोसला किया. पहले तो मुझे लगता था ये सिर्फ जनता से झूठ बोलते हैं, लेकिन ये तो संतों से भी झूठ बोलते हैं. इसलिये मैंने फौरन इस्तीफा दे दिया.
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जब NDTV संवाददाता ने कहा कि बाबा आप बड़ा आरोप लगा रहे हैं, पहले कांग्रेस ये आरोप लगाती थी? तो कंप्यूटर बाबा ने कहा, मैं इसलिये आरोप लगा रहा हूं क्योंकि मैंने ये देखा है मैंने बोला शिवराज जी अवैध उत्खनन हो रहा है आप नहीं रोक पा रहे, पुलिस नहीं रोक पा रही है...तो मुझे रोकने दो मैं रात में 1000 संतों के साथ वहां जाऊंगा मैं रोकूंगा. क्या आप आरोप लगा रहे हैं कि वो संलिप्त हैं? वो तो संलिप्त हैं. शिवराज जी को धिक्कार है नर्मदा तट पर पैदा होने का उनकी नर्मदा के प्रति आस्था नहीं हैं.
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बाबा आपने कहा था टिकट मिला तो चुनाव लड़ेंगे?
जब धर्म के विरूद्ध काम होगा तो कंप्यूटर बाबा सरकार में रहेंगे, ये गौ, नर्मदा, संतों का रूप उन्होंने देखा नहीं हैं इसका उनका भुगतना पड़ेगा. सरकार से सबका मोहभंग हो गया संतों का भी हो गया.
कांग्रेस में तो शामिल नहीं होंगे?
नहीं किसी में शामिल नहीं होंगे, जो संत समाज कहेगा वो करेंगे, मैंने सारी सरकारी सुविधाएं लौटा दी हैं.
VIDEO : कंप्यूटर बाबा ने शिवराज से एक दूसरे बाबा के लिए मांगा टिकट
दावा किया जाता है कि कंप्यूटर बाबा का दिमाग और याददाश्त कंप्यूटर सरीखे हैं. बाबा लैपटॉप, आधुनिक मोबाइल लेकर पधारते हैं. हेलिकॉप्टर से कुंभ स्नना की इच्छा जता चुके हैं. सरकार में शामिल होने से पहले सरकार के खिलाफ नर्मदा घोटाला यात्रा निकालने वाले थे.
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NDTV संवाददाता ने जब उनसे सवाल किया कि आपने अभी कहा था कि इस्तीफा नहीं देंगे फिर क्या हुआ तो कंप्यूटर बाबा ने कहा कि संतों की बैठक में निर्णय लिया कि बाबा आप मंत्री बनें लेकिन शिवराज सिंह से अपनी बात नहीं मनवा पाए, जब मुझे शून्य नंबर मिले मैं फेल हो गया तो सरकार में कैसे रहूं. शिवराजजी ने मुझसे कहा था महाराज सरकार में आपको शामिल करता हूं अवैध उत्खनन उसी दिन बंद हो जाएगा, गाय की दुर्दशा तुरंत बंद कर देंगे. मठ-मंदिर में कलेक्टर का नाम हटा देंगे पुजारी का नाम डालेंगे, संतों के लिये ज़मीन आवंटन करेंगे लेकिन शिवराज ने केवल ढकोसला किया. पहले तो मुझे लगता था ये सिर्फ जनता से झूठ बोलते हैं, लेकिन ये तो संतों से भी झूठ बोलते हैं. इसलिये मैंने फौरन इस्तीफा दे दिया.
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जब NDTV संवाददाता ने कहा कि बाबा आप बड़ा आरोप लगा रहे हैं, पहले कांग्रेस ये आरोप लगाती थी? तो कंप्यूटर बाबा ने कहा, मैं इसलिये आरोप लगा रहा हूं क्योंकि मैंने ये देखा है मैंने बोला शिवराज जी अवैध उत्खनन हो रहा है आप नहीं रोक पा रहे, पुलिस नहीं रोक पा रही है...तो मुझे रोकने दो मैं रात में 1000 संतों के साथ वहां जाऊंगा मैं रोकूंगा. क्या आप आरोप लगा रहे हैं कि वो संलिप्त हैं? वो तो संलिप्त हैं. शिवराज जी को धिक्कार है नर्मदा तट पर पैदा होने का उनकी नर्मदा के प्रति आस्था नहीं हैं.
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बाबा आपने कहा था टिकट मिला तो चुनाव लड़ेंगे?
जब धर्म के विरूद्ध काम होगा तो कंप्यूटर बाबा सरकार में रहेंगे, ये गौ, नर्मदा, संतों का रूप उन्होंने देखा नहीं हैं इसका उनका भुगतना पड़ेगा. सरकार से सबका मोहभंग हो गया संतों का भी हो गया.
कांग्रेस में तो शामिल नहीं होंगे?
नहीं किसी में शामिल नहीं होंगे, जो संत समाज कहेगा वो करेंगे, मैंने सारी सरकारी सुविधाएं लौटा दी हैं.
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दावा किया जाता है कि कंप्यूटर बाबा का दिमाग और याददाश्त कंप्यूटर सरीखे हैं. बाबा लैपटॉप, आधुनिक मोबाइल लेकर पधारते हैं. हेलिकॉप्टर से कुंभ स्नना की इच्छा जता चुके हैं. सरकार में शामिल होने से पहले सरकार के खिलाफ नर्मदा घोटाला यात्रा निकालने वाले थे.
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