- मुंबई पुलिस ने मराठा आरक्षण आंदोलन से जुड़े छह प्रमुख आयोजकों को तलब किया
- मनोज जरांगे पाटिल के नेतृत्व में आजाद मैदान में अनिश्चितकालीन अनशन हुआ था
- पुलिस ने इस प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी थी, बावजूद इसके हजारों लोग आज़ाद मैदान में एकत्रित हुए थे
मुंबई पुलिस ने मराठा आरक्षण आंदोलन से जुड़े नेता मनोज जरांगे पाटिल और 5 अन्य आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है. पुलिस ने इन सभी को समन जारी करते हुए 10 नवंबर को सुबह 11 बजे आज़ाद मैदान पुलिस थाने में पूछताछ के लिए हाज़िर होने को कहा है. जानकारी के मुताबिक, 29 अगस्त से 2 सितंबर 2025 तक मुंबई के आज़ाद मैदान में मराठा समाज को आरक्षण देने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन अनशन किया गया था. इस प्रदर्शन का नेतृत्व मनोज जरांगे पाटिल ने किया था.
पुलिस ने नहीं दी थी इजाजत
गौर करने वाली बात ये है कि हजारों की संख्या में लोग आजाद मैदान में पहुंचे थे, जबकि पुलिस ने इस कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी थी. पुलिस सूत्रों के अनुसार, प्रदर्शन के दौरान प्रतिबंधात्मक आदेशों (धारा 144) का उल्लंघन हुआ. साथ ही प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर नारेबाजी की और ट्रैफिक व्यवस्था को बाधित किया. इसके बाद 3 सितंबर 2025 को आजाद मैदान पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया.
इन धाराओं में दर्ज हुआ केस
एफआईआर में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराएं:
- 189(2), 189(3), 190
- 223(1), 223(2), 126(2), 271
महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम की धाराएं
- 37(3), 38, 135 और 136
किन लोगों को भेजा गया समन
इस केस में जिन लोगों को नोटिस भेजा गया है, उनमें शामिल हैं:-
- मनोज जरांगे पाटिल (अंतरवली सराटी, जालना)
- सीताराम कालकुठ्ठे (बीड)
- वीरेंद्र पवार (मराठा रिज़र्वेशन कोऑर्डिनेशन कमेटी, दादर)
- पांडुरंग तारक (जालना)
- प्रशांत सावंत (मुंबई)
- चंद्रकांत भोसले (मुंबई)
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