महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने हालिया लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) में राज्य से एनडीए को मिले झटके को वफादार मतदाताओं के मत्थे मढ़ दिया है. शिंदे ने इस प्रदर्शन के लिए वफादार मतदाताओं के मतदान के दौरान छुट्टियों पर जाने को जिम्मेदार ठहराया. चुनाव से पहले दावा किया जा रहा था कि गठबंधन देश भर में 400 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज करेगा. साथ ही उन्होंने स्वीकार किया कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को विपक्ष ने चौंका दिया था, जो मतदाताओं को एकजुट करने में सफल रहा.
मुंबई में महायुति सहयोगियों की संयुक्त रैली में बोलते हुए भाजपा नेता और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने शिंदे के दावों का समर्थन करते हुए कहा कि एनडीए नेताओं ने चुनाव अभियान के दौरान विपक्ष द्वारा फैलाए गए झूठ पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया. इस रैली में शिवसेना, भाजपा, अजित पवार के नेतृत्व में राकांपा और अन्य छोटे घटक दलों के नेताओं ने भाग लिया.
महाराष्ट्र में एनडीए को 17, एमवीए को 30 सीटें
महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 सीटें हैं. भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को महाराष्ट्र में केवल 17 सीटें मिली हैं, जबकि कांग्रेस, राकांपा (शरदचंद्र पवार) और शिवसेना (यूबीटी) वाला एमवीए 30 सीटें जीतने में कामयाब रहा है. वहीं सांगली से जीतने वाला निर्दलीय उम्मीदवार कांग्रेस नेता है.
शिंदे ने कहा, "लोकसभा चुनाव के दौरान विपक्ष ने हमें चौंका दिया था."
छुट्टी पर चले गए थे हमारे कुछ मतदाता : शिंदे
उन्होंने कहा, "हमारे कुछ मतदाता यह मानकर मतदान के दौरान छुट्टियों पर चले गए कि एनडीए आम चुनाव में आसानी से 400 से अधिक सीटें जीत लेगा. यह नुकसान भविष्य में अधिक रणनीतिक दृष्टिकोण की आवश्यकता को रेखांकित करता है."
शिंदे ने दावा किया कि विपक्षी मतदाताओं ने लगन से अपने मताधिकार का प्रयोग किया और उनका करीब 80 प्रतिशत मतदान रहा.
उन्होंने कहा, "अगर हमारे 60 प्रतिशत मतदाता मतदान केंद्रों पर आए होते तो हम आसानी से 40 सीटें जीत सकते थे. लोकसभा चुनाव में कड़ी मार झेलने के बाद हम अनुभवहीन या संवेदनहीन होने का जोखिम नहीं उठा सकते हैं."
कांग्रेस के खिलाफ हमला बोलते हुए शिंदे ने बोफोर्स, चारा और कोयला जैसे घोटालों को लेकर बात की और साथ ही सवाल किया कि क्या प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ कोई भ्रष्टाचार के आरोप हैं.
विपक्ष के झूठ का प्रभाव पड़ा : फडणवीस
फड़णवीस ने अभियान के दौरान विपक्ष द्वारा मतदाताओं में फैलाए गए झूठ के महत्वपूर्ण प्रभाव और प्रभावी प्रतिक्रिया की तुरंत जरूरत पर जोर दिया.
उन्होंने कहा, "एमवीए को एनडीए उम्मीदवारों की तुलना में दो लाख वोट अधिक मिले, लेकिन उन्होंने 30 सीटें जीतीं. वे मीडिया के सामने हर दिन झूठ बोलते थे और हमने सोचा कि हमारे मतदाताओं पर इसका कोई भी प्रभाव नहीं पड़ेगा. हालांकि वास्तव में इसका हमारे मतदाताओं पर प्रभाव पड़ा और हम इसका प्रभावी ढंग से मुकाबला नहीं कर सके."
फड़णवीस ने एनडीए सहयोगियों के खिलाफ बयान देने वाले कुछ पार्टी नेताओं पर भी तंज कसा.
उन्होंने कहा, "पार्टी के कुछ नेता ऐसे हैं, जिन्हें कुछ न कुछ बयान देने की अत्यधिक इच्छा होती है. मेरा उन्हें सुझाव है कि पहले अपने नेताओं से बात करें, उनकी अनुमति लें और फिर अपना मुंह खोलें."
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