लालच बुरी बला है. यह कहावत बेहद आम है और हर कोई इसे जानता है. बावजूद इसके बहुत से लोग लालच में फंस जाते हैं और अपने जीवनभर की मेहनत की कमाई गंवा बैठते हैं. वहीं शातिर ठग उनके पैसों से आलिशान जिंदगी जीते हैं. मुंबई क्राइम ब्रांच की प्रॉपर्टी सेल ने ऐसे ही एक गिरोह का पर्दाफाश किया है. इस गिरोह ने लोगों को सालाना 84 फीसदी रिटर्न्स देने का वादा किया और सैकड़ों लोगों से दो सौ करोड़ से ज्यादा रुपये ठग लिए. मुंबई क्राइम ब्रांच की प्रॉपर्टी सेल ने बीएमडब्ल्यू, एमजी हेक्टर और टोयोटा फॉर्च्यनर जैसी महंगी महंगी लक्जरी कारों को बरामद किया है, जिन्हें ठग इस्तेमाल करते थे. वहीं इन्हें खरीदने के लिए जिन लोगों की मेहनत की कमाई लगी है, उनका हाल बुरा है.
व्यंकटेश कुड़ियार ने ठग के झांसे में आकर अपने ही नहीं बल्कि परिवार और गांव के लोगों के भी करीब साढ़े दस करोड़ रुपये लगा दिए थे, लेकिन अब जब हकीकत पता चली है तो आंख के आंसू नहीं रुक रहे.
एक और पीड़ित टैंकर कारोबारी जयबाल काउंडर ने बताया कि ठग हमको पैदल कर खुद बड़ी गाड़ियों में घूमने लगे. उन्होंने फ्लैट और प्रॉपर्टी खरीद ली.
मास्टरमाइंड आशीष शाह मध्य प्रदेश से गिरफ्तार
शिकायत मिलने पर मुंबई क्राइम ब्रांच की प्रॉपर्टी सेल ने पहले ठगी के मास्टरमाइंड आशीष शाह को मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया. उसके दो अन्य साथियों मणिक्कम उदैयार और माधयन उदैयार को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
क्राइम ब्रांच डीसीपी दत्ता नलावड़े ने कहा कि यह लोगों को बताते थे कि मेरी कंपनी शेयर मार्केट में रजिस्टर है. अगर मेरे पास इंवेस्ट करेंगे तो हर महीने एक निश्चित अमाउंट रिटर्न करूंगा. कुछ लोगों को शुरुआत में आरोपियों ने रिटर्न भी दिए. उन्हें देखकर और भी लोग उसके पास आते गए और उसका जाल फैलता गया. उन्हें जिस दिन लगा कि अब पैसे नहीं दे सकता तो उस दिन यह भाग निकला.
पुलिस ने 9 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी और कारें जब्त की
पुलिस के मुताबिक आरोपी आशीष शाह पिछले 5 सालों से ठगी का मायाजाल चला रहा था. इसलिए निवेशकों की संख्या ज्यादा है. पुलिस अब तक इन शातिर ठगों से कुल 9 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी और कार जब्त कर चुकी है. अब तक 110 निवेशक सामने आ चुके हैं, जबकि कुल 200 से 250 लोगों के ठगे जाने की आशंका है.
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