Gwalior Fort: मध्य प्रदेश के ग्वालियर से एक बेहद दुखद और चौंकाने वाला मामला सामने आया है. ग्वालियर फोर्ट से छलांग लगाकर एक युवती ने आत्महत्या कर ली थी. मृतिका की पहचान शीतल श्रीवास्तव के रूप में हुई है, जो पढ़ाई में बेहद होनहार थीं और कभी रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) जैसी प्रतिष्ठित संस्था में चयनित हुई थीं.
पुलिस के अनुसार, शीतल श्रीवास्तव मूल रूप से ग्वालियर के मुरार थाना क्षेत्र स्थित जडेरुआ शंकर कॉलोनी की निवासी थीं. दो साल पहले उनका चयन DRDO में हुआ था, लेकिन उन्होंने महज दो महीने की नौकरी के बाद इस्तीफा दे दिया. इसके पीछे उनका सपना था-IAS अधिकारी बनना. इसके बाद वह सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में जुट गई थीं.
ग्वालियर पुलिस ने बताया कि यह घटना बुधवार दोपहर करीब 3 बजे की है, जब शीतल ग्वालियर किले पहुंचीं और वहां से छलांग लगा दी. मौके पर ही उनकी मौत हो गई. सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया.

पिता की मौत के बाद टूट गई थीं शीतल
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि शीतल के पिता राजीव श्रीवास्तव का 23 अक्टूबर को हार्ट अटैक से निधन हो गया था. पिता की अचानक मौत से शीतल गहरे सदमे में चली गई थीं और डिप्रेशन से जूझ रही थीं. पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, उनकी शादी की बातचीत भी पिता के निधन के बाद अटक गई थी, जिससे वह मानसिक रूप से और अधिक परेशान रहने लगी थीं.
जांच में यह भी सामने आया है कि घटना से कुछ समय पहले शीतल की उनकी मां से किसी बात पर डांट-फटकार हुई थी. इसके बाद वह नाराज होकर घर से निकल गई थीं. इसके कुछ घंटों बाद ग्वालियर किले से आत्महत्या की सूचना मिली.
हर किसी के लिए बनी पहेली
DRDO जैसी नौकरी छोड़ना और फिर आत्महत्या जैसा कदम उठाना हर किसी को हैरान कर रहा है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की गहन जांच कर रही है और शीतल के मोबाइल, कॉल डिटेल्स व अन्य पहलुओं को खंगाला जा रहा है.
नोट: मानसिक तनाव या अवसाद की स्थिति में मदद लेना बेहद जरूरी है. यदि आप या आपका कोई परिचित मानसिक संकट से गुजर रहा है, तो नजदीकी काउंसलर या हेल्पलाइन से संपर्क करें.
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