 
                                            यूपी सीएम ने 14 परिवारों को 2-2 लाख का मुआवाज़ा दिया
                                                                                                                        - राज्य सरकार ने मौतों की वजह नोटबंदी मानते हुए मुआवज़े का एलान किया
- यूपी देश का पहला राज्य जिसने नोटबंदी पर मुआवजा दिया
- नोटबंदी का मुद्दा एक बड़ा चुनावी मुद्दा होने जा रहा है
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
 हमें बताएं।
                                        
                                        
                                                                                नई दिल्ली: 
                                        जहां एक तरफ़ केंद्र सरकार नोटबंदी के फ़ैसले पर खुद की पीठ थपथपा रही है. इसे देश के हित में उठाया गया कदम बता रही है वहीं दूसरी तरफ़ यूपी सरकार ने पहली बार नोटबंदी के बाद हुई मौतों को एक अलग पहचान देते हुए ऐसे 14 परिवारों को 2-2 लाख का मुआवाज़ा दिया है जिनके परिवार का सदस्य नोटबंदी के बाद बैंकों से पैसा निकालने के लिए कतार में लगा और तमाम और वजहों के साथ-साथ घंटों कतार में लगने से उनकी मौत हो गई.
अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी लगातार नोटबंदी के सरकार के फ़ैसले को अपने निशाने पर लेते रहे हैं लेकिन ऐसा पहली बार है जब किसी राज्य सरकार ने मौतों की वजह नोटबंदी मानते हुए मुआवज़े का एलान किया है. गौर करने वाली बात ये है कि अगले साल उत्तर प्रदेश में चुनाव हैं ऐसे में नोटबंदी का मुद्दा सभी राजनीतिक दलों के लिए एक बड़ा चुनावी मुद्दा होने जा रहा है.
बुंदेलखंद के महोबा जिले से आए मुनिलाल और उसकी मां को भी चेक दिया गया. मुनिलाल के 80 वर्षीय पिता की पिछले सप्ताह बैंक लाइन में लगे रहने के दौरान मौत हो गई थी. चेक मिलने पर प्रतिक्रिया देते हुए मुनिलाल ने कहा, "यह बहुत दुखद है कि अपने पैसे के लिए लोगों को इस तरह की मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है."
यूपी सीएम ने कहा, "शुरुआत में नोटबंदी लेकर लोगों में उत्साह था लेकिन अब लेकिन अब वही लोग कह रहे हैं कि यह सबसे बड़ी मुसीबत है. चुनाव आने वाले हैं और मुझे पूरा भरोसा है कि परेशान लोग ऐसी सरकार को सबक सिखाएंगे."
अखिलेश यादव ने यह कदम ऐसे समय उठाया है जब बीजेपी की एक माह से चल रही परिवर्तन यात्रा का समापन लखनऊ में हो गया. प्रधानमंत्री मोदी खुद उत्तर प्रदेश में लगातार रैलियां कर रहे हैं और नोटबंदी के लाभ गिनाकर बीजेपी के लिए जमीन तैयार कर रहे हैं.
ऑनलाइन लेनदेन के जोखिम गिनाते हुए अखिलेश ने कहा कि एक व्यक्ति को किसी अन्य के खाते से धोखाधड़ी कर धन निकालने के लिए गिरफ्तार किया गया है. पूछताछ के दौरान उसने बताया कि वह नौसिखिया था इसलिए पकड़ा गया. उन्होंने कहा कि साइबर अपराध का उस्ताद कभी नहीं पकड़ा जा सकता.
चुनाव का मुद्दा क्या होगा, इस सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास, सडक, पानी आदि चुनावी मुददे होंगे और नोटबंदी भी चुनावी मुद्दा होगा. गठबंधन के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि फैसला सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव करेंगे. साथ ही दोहराया कि यदि गठबंधन होता है तो सपा 300 से अधिक सीटें जीतेगी.
हाल ही में कांग्रेस से वर्षों पुराना नाता तोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाली रीता बहुगुणा जोशी ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने पहले ही स्वीकार कर लिया है कि नोटबंदी से परेशानी खेदपूर्ण हैं और इसके चलते होने वाली कोई भी मौत निश्चित रूप से दुखद है लेकिन सबसे ज्यादा दुखद पहलू यह है कि समाजवादी पार्टी इसका राजनीतिकरण कर रही है क्योंकि उनसे पास कोई और मुद्दा नहीं है."
                                                                        
                                    
                                अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी लगातार नोटबंदी के सरकार के फ़ैसले को अपने निशाने पर लेते रहे हैं लेकिन ऐसा पहली बार है जब किसी राज्य सरकार ने मौतों की वजह नोटबंदी मानते हुए मुआवज़े का एलान किया है. गौर करने वाली बात ये है कि अगले साल उत्तर प्रदेश में चुनाव हैं ऐसे में नोटबंदी का मुद्दा सभी राजनीतिक दलों के लिए एक बड़ा चुनावी मुद्दा होने जा रहा है.
बुंदेलखंद के महोबा जिले से आए मुनिलाल और उसकी मां को भी चेक दिया गया. मुनिलाल के 80 वर्षीय पिता की पिछले सप्ताह बैंक लाइन में लगे रहने के दौरान मौत हो गई थी. चेक मिलने पर प्रतिक्रिया देते हुए मुनिलाल ने कहा, "यह बहुत दुखद है कि अपने पैसे के लिए लोगों को इस तरह की मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है."
यूपी सीएम ने कहा, "शुरुआत में नोटबंदी लेकर लोगों में उत्साह था लेकिन अब लेकिन अब वही लोग कह रहे हैं कि यह सबसे बड़ी मुसीबत है. चुनाव आने वाले हैं और मुझे पूरा भरोसा है कि परेशान लोग ऐसी सरकार को सबक सिखाएंगे."
अखिलेश यादव ने यह कदम ऐसे समय उठाया है जब बीजेपी की एक माह से चल रही परिवर्तन यात्रा का समापन लखनऊ में हो गया. प्रधानमंत्री मोदी खुद उत्तर प्रदेश में लगातार रैलियां कर रहे हैं और नोटबंदी के लाभ गिनाकर बीजेपी के लिए जमीन तैयार कर रहे हैं.
ऑनलाइन लेनदेन के जोखिम गिनाते हुए अखिलेश ने कहा कि एक व्यक्ति को किसी अन्य के खाते से धोखाधड़ी कर धन निकालने के लिए गिरफ्तार किया गया है. पूछताछ के दौरान उसने बताया कि वह नौसिखिया था इसलिए पकड़ा गया. उन्होंने कहा कि साइबर अपराध का उस्ताद कभी नहीं पकड़ा जा सकता.
चुनाव का मुद्दा क्या होगा, इस सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास, सडक, पानी आदि चुनावी मुददे होंगे और नोटबंदी भी चुनावी मुद्दा होगा. गठबंधन के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि फैसला सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव करेंगे. साथ ही दोहराया कि यदि गठबंधन होता है तो सपा 300 से अधिक सीटें जीतेगी.
हाल ही में कांग्रेस से वर्षों पुराना नाता तोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाली रीता बहुगुणा जोशी ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने पहले ही स्वीकार कर लिया है कि नोटबंदी से परेशानी खेदपूर्ण हैं और इसके चलते होने वाली कोई भी मौत निश्चित रूप से दुखद है लेकिन सबसे ज्यादा दुखद पहलू यह है कि समाजवादी पार्टी इसका राजनीतिकरण कर रही है क्योंकि उनसे पास कोई और मुद्दा नहीं है."
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
                                        नोटबंदी, नोटबंदी पर मुआवजा, नोटबंदी पर अखिलेश यादव, यूपी विधानसभाचुनाव 2017, यूपी चुनाव 2017, Notebandi, Compensation On Noteban Queue Death, UP Polls 2017, CM Akhilesh Yadav, सीएम अखिलेश यादव
                            
                        