प्रतीकात्मक तस्वीर...
लखनऊ:
उत्तर प्रदेश में लखनऊ-रायबरेली रेलमार्ग पर मोहनलालगंज से कनकहा रेलवे स्टेशन के बीच उस समय एक बड़ा हादसा टल गया, जब दो जगह आधी कटी पटरी पर से आधा दर्जन रेलगाड़ियां गुजर गईं। पटरी पूरी तरह से अलग नहीं हुई थी, इसलिए कोई हादसा नहीं हुआ। अधिकारियों ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।
रेलवे सूत्रों के मुताबिक, शनिवार रात को इलाहाबाद-लखनऊ इंटरसिटी समेत 8 ट्रेनें और एक इंजन इस पटरी से गुजरा। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के कमांडेंट हेमंत कुमार और डीआईजी रेंज डीके चौधरी सहित मोहनलालगंज पुलिस व एटीएस की टीम ने मौके पर पहुंचकर छानबीन शुरू की तो पटरी कटी मिलने के बाद अधिकारियों के होश उड़ गए।
सीनियर सेक्शन इंजीनियर राकेश तिवारी ने इस मामले में मोहनलाल गंज कोतवाली में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। डीआईजी रेंज डीके चौधरी के मुताबिक, एक जगह पटरी का आधे से अधिक हिस्सा कटा था, जबकि दूसरा कट दो फुट दूर था। तीसरा कट करीब 100 मीटर दूर पाया गया। इससे लगता है कि पटरी काटने में पांच-छह या इससे ज्यादा लोग शामिल रहे होंगे। पटरी को आरी से काटे जाने की आशंका है। आरपीएफ और पुलिस ने आरी के ब्लेड व अन्य साक्ष्यों की तलाश में आसपास की झाड़ियां खंगाली, लेकिन उन्हें कुछ हाथ नहीं लगा।
डीआईजी ने आतंकी या नक्सली साजिश की आशंका से इंकार किया है। उन्होंने कहा कि यह काम शरारती तत्वों का हो सकता है। रेलवे के कर्मचारी भी इसमें शामिल हो सकते हैं। जांच के लिए आरपीएफ और पुलिस की संयुक्त टीम के साथ ही अपराध शाखा को भी लगाया गया है।
रेलवे सूत्रों के मुताबिक, शनिवार रात को इलाहाबाद-लखनऊ इंटरसिटी समेत 8 ट्रेनें और एक इंजन इस पटरी से गुजरा। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के कमांडेंट हेमंत कुमार और डीआईजी रेंज डीके चौधरी सहित मोहनलालगंज पुलिस व एटीएस की टीम ने मौके पर पहुंचकर छानबीन शुरू की तो पटरी कटी मिलने के बाद अधिकारियों के होश उड़ गए।
सीनियर सेक्शन इंजीनियर राकेश तिवारी ने इस मामले में मोहनलाल गंज कोतवाली में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। डीआईजी रेंज डीके चौधरी के मुताबिक, एक जगह पटरी का आधे से अधिक हिस्सा कटा था, जबकि दूसरा कट दो फुट दूर था। तीसरा कट करीब 100 मीटर दूर पाया गया। इससे लगता है कि पटरी काटने में पांच-छह या इससे ज्यादा लोग शामिल रहे होंगे। पटरी को आरी से काटे जाने की आशंका है। आरपीएफ और पुलिस ने आरी के ब्लेड व अन्य साक्ष्यों की तलाश में आसपास की झाड़ियां खंगाली, लेकिन उन्हें कुछ हाथ नहीं लगा।
डीआईजी ने आतंकी या नक्सली साजिश की आशंका से इंकार किया है। उन्होंने कहा कि यह काम शरारती तत्वों का हो सकता है। रेलवे के कर्मचारी भी इसमें शामिल हो सकते हैं। जांच के लिए आरपीएफ और पुलिस की संयुक्त टीम के साथ ही अपराध शाखा को भी लगाया गया है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
उत्तर प्रदेश, लखनऊ, पटरी टूटी, इलाहाबाद-लखनऊ इंटरसिटी, Uttar Pradesh, Lucknow, Rail Track Broken, Allahabad Lucknow Intercity