लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के आखिरी चरण का मतदान 19 मई को होने वाला है, जिसके बाद 23 मई को मतगणना होगी. इससे पहले बिहार की राजनीति में देश के बड़े नेताओं के बीच जुबानी जंग देखने को मिल रही है. राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर काफी एक्टिव हैं. मंगलवार को वह बिहार मुख्यमंत्री नीतिश कुमार (Nitish Kumar) पर पिछड़ी जाति पर आरक्षण के मसले पर जोरदार हमला किया. उन्होंने ट्वीट कर आरोप लगाया है कि नीतीश कुमार ने अतिपिछड़ों को ठगा है.
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नीतीश कुमार ने अतिपिछड़ों को ठगा है। 50 करोड़ तक के सरकारी ठेकों में पिछड़ों, अतिपिछड़ों और दलितों का आरक्षण क्यों नहीं होने दिया? इतने बड़े हितैषी है तो नालंदा में क्यों नहीं अतिपिछड़ा को टिकट दिया?
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 14, 2019
नालंदा में क्यों अतिपिछड़ा के बेटे अशोक आज़ाद चंद्रवंशी को भला बुरा कह रहे है?
तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने अपने ट्वीट में लिखा, ''नीतीश कुमार ने अतिपिछड़ों को ठगा है. 50 करोड़ तक के सरकारी ठेकों में पिछड़ों, अतिपिछड़ों और दलितों का आरक्षण क्यों नहीं होने दिया? इतने बड़े हितैषी है तो नालंदा में क्यों नहीं अतिपिछड़ा को टिकट दिया? नालंदा में क्यों अतिपिछड़ा के बेटे अशोक आज़ाद चंद्रवंशी को भला बुरा कह रहे है?'' इससे पहले तेजस्वी ने कई ट्वीट किए. तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर हमला बोला.
नीतीश जी हार की बौखलाहट में अब खुलेआम मंचों से छाती पीट धमकी दे रहे है कि लालू जी को कभी भी जेल से बाहर नहीं आने दूँगा। यानि मान रहे है कि उन्होंने अपने गुर्गों के साथ साज़िश कर लालू जी को जेल भेजा था। नीतीश जी, आपके दोहरे चरित्र का आपका पर्दाफ़ाश हो चुका है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 14, 2019
नीतीश जी, संविधान का ज़रा सा भी ज्ञान है तो पता कर लीजिये निचली अदालत से ऊपर और भी अदालतें है। हम आपकी तरह ज़मीर और जनादेश नहीं बेचते। हम फासीवादियों से डटकर लड़ते और जीतते है। आप 2015 में क्यों लालू जी के पैरों में गिरे थे? क्या जेल से बचने के लिए आपने जनादेश का चीरहरण किया था?
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 14, 2019
उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा- नीतीश जी हार की बौखलाहट में अब खुलेआम मंचों से छाती पीट धमकी दे रहे है कि लालू जी को कभी भी जेल से बाहर नहीं आने दूंगा. यानि मान रहे है कि उन्होंने अपने गुर्गों के साथ साज़िश कर लालू जी को जेल भेजा. दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा- नीतीश जी, आपके दोहरे चरित्र का आपका पर्दाफ़ाश हो चुका है. नीतीश जी, संविधान का ज़रा सा भी ज्ञान है तो पता कर लीजिये निचली अदालत से ऊपर और भी अदालतें हैं. हम आपकी तरह ज़मीर और जनादेश नहीं बेचते. हम फासीवादियों से डटकर लड़ते और जीतते है. आप 2015 में क्यों लालू जी के पैरों में गिरे थे? क्या जेल से बचने के लिए आपने जनादेश का चीरहरण किया था?
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