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This Article is From Feb 21, 2019

सपा-बसपा गठबंधन या कांग्रेस? जयंत चौधरी ने साफ किया आगामी चुनाव में वह किसके साथ जाएंगे

आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में गहमा गहमी का माहौल है. सपा-बसपा के गठबंधंन और कांग्रेस के अकेले लड़ने के फैसले के बाद अन्य दलों पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं.

सपा-बसपा गठबंधन या कांग्रेस? जयंत चौधरी ने साफ किया आगामी चुनाव में वह किसके साथ जाएंगे
जयंत चौधरी ने साफ कर दिया कि चुनावों में वह किसके साथ रहेंगे
नई दिल्ली:

आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में गहमा गहमी का माहौल है. सपा-बसपा के गठबंधंन और कांग्रेस के अकेले लड़ने के फैसले के बाद अन्य दलों पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपनी पकड़ रखने वाले राष्ट्रीय लोकदल को लेकर अफवाहों का बाजार गरम था. अटकलों पर विराम लगाते हुए पार्टी की बागडोर संभाल रहे जयंत चौधरी ने साफ कर दिया कि वह आने वाले चुनावों में सपा और बसपा के साथ ही खड़े दिखाई देंगे. राष्ट्रीय लोक दल के जयंत चौधरी ने साफ कर दिया गया है कि वह समाजवादी पार्टी व बहुजन समाज पार्टी के साथ ही चलेंगे. पार्टी द्वारा जारी पत्र में कहा गया कि  राष्ट्रीय लोकदल भाजपा सरकार के किसान,युवा, दलित विरोधी नीतियों के विरोध के लिए प्रभावी विपक्षी एकता के पक्ष में लगातार काम कर रहा है. सपा-बसपा के साथ गठबंधन करके ही जनता की उम्मीदों के अनुरूप मजबूत राजनीतिक विकल्प तैयार किया जा सकता है. 

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जयंत चौधरी के अनुसार कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया द्वारा भ्रम फैलाने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन सर्वविदित है कि राष्ट्रीय लोकदल समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन का हिस्सा है.  राष्ट्रीय लोकदल के सभी कार्यकर्ताओं को राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी अजीत सिंह जी ने पहले ही निर्देशित किया है कि वह इस गठबंधन के लिए जनता के बीच जाकर समर्थन मांगे. हमारा मत साफ है,देश को प्रगतिशील बनाने के लिए लोग लोकदल भविष्य में भी समाजवादी पार्टी व बहुजन समाज पार्टी के साथ चलेगा.  फिलहाल समाजवादी पार्टी RLD को तीन सीट देने के लिए तैयार है और आरएलडी (RLD) चौथी सीट के लिए कोशिश कर रही है. लखनऊ में समाजवादी पार्टी के दफ्तर में अखिलेश यादव और जयंत चौधरी के बीच मुलाकात हुई जोकि करीब 1 घंटे तक चलती रही. सूत्रों के मुताबिक गठबंधन मुजफ्फरनगर और बागपत सीट आरएलडी को देने को तैयार था. अब मथुरा सीट के लिए भी राजी हो गया है.

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मुजफ्फरनगर से अजीत सिंह, बागपत से जयंत चौधरी चुनाव लड़ना चाहते हैं. सपा की पेशकश है कि मथुरा से आरएलडी के टिकट पर समाजवादी पार्टी के किसी नेता को लड़ाया जाए. वहीं, आरएलडी को उम्मीद है कि इस फॉर्मूले पर उसे सपा से एक सीट और मिल जाएगी. आरएलडी उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि सीटों का मसला नहीं है. सवाल विश्वास का है. सवाल रिश्तों का है और दोनों बहुत मजबूत है. बता दें कि पिछले साल हुए कैराना उपचुनाव में आरएलडी और समाजवादी पार्टी बीजेपी के खिलाफ साथ आए थे और उसका नतीजा भी निकला था.

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अब समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार तबस्सुम हसन आरएलडी के निशान पर चुनाव लड़के जीती थीं. अजीत सिंह चाहते हैं कि कुछ उसी तरह चौथी सीट भी पार्टी को मिल जाए. जयंत चौधरी ने कहा कि कैराना में हमने एक दूसरे के साथ तालमेल बनाया. वह सफल तालमेल साबित हुआ है. बहुत लचीलेपन को अपनाया. हमने ये नहीं देखा कि यह हमारा है, वो हमारा है. लड़ाई हमारी है हम मिलकर लड़ेंगे.

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