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This Article is From Jan 06, 2019

एनडीए के बाद महागठबंधन में 'माछ भात' से शुरू होगी सीटों के बंटवारे पर बात, लेकिन घोषणा संक्रांति के बाद

कांग्रेस का कहना है कि सीटों के तालमेल में कोई दिक्कत नहीं आएगी और 'उचित समय पर' निर्णय हो जाएगा.

2014 के लोकसभा चुनाव में बिहार की 40 सीटों में से 27 पर राजद और 12 पर कांग्रेस ने चुनाव लड़ा था.

पटना:

बिहार में एनडीए (NDA) के बाद अब महागठबंधन (Mahagathbandhan) में भी जल्द सीटों का बंटवारा होने वाला है. कांग्रेस (Congress, राजद (RJD) और दूसरी सहयोगी पार्टियां भी सीटों के तालमेल को जल्द अंतिम रूप देने की कोशिश में हैं. इसके तहत अगले हफ्ते से औपचारिक बातचीत शुरू होगी. बिहार में सोमवार से महागठबंधन के नेता एक साथ बैठ कर भोजन और सीटों के बंटवारे पर विचार विमर्श शुरू करेंगे. सोमवार को जहां दिन में महागठबंधन में कुछ हफ़्ते पहले शामिल 'सन ऑफ़ मल्लाह' के नाम से मशहूर मुकेश निषाद माछ भात खायेंगे वहीं शाम में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने अपने घर पर सभी दलों के नेताओं की बैठक बुलायी है. जहां दिन के भोजन के बारे में पहले से मुकेश निषाद ने नारा दिया है कि ‘माछ भात खाएंगे और महागठबंधन को जितायेंगे' जिसके तहत सोमवार को पहले एक बड़े भोज के साथ शुरुआत होगी. उसके बाद पूरे राज्य में अनेक जगह ऐसे भोज का आयोजन किया जायेगा जिसमें स्थानीय स्तर के महागठबंधन के नेता शामिल होंगे.

इस बीच तेजस्वी यादव ने पुष्टि कर दी हैं कि आख़िरकार सोमवार से महागठबंधन के नेता सीटों की संख्या पर औपचारिक रूप से विचार विमर्श शुरू कर देंगे. इसके लिए सोमवार शाम में बैठक बुलायी गई है जो उनके आवास पर होगी और जहां सभी दलों के नेता शामिल होंगे. लेकिन तेजस्वी के नज़दीकी लोगों का कहना है कि एक ही बैठक में सब कुछ फ़ाइनल नहीं होगा. इसके लिए आने वाले दिनों में कई दौर की बैठकें चलेंगी लेकिन कोशिश यही होगी कि 14 जनवरी के बाद एक साथ सीटों की संख्या के बारे में महागठबंधन के नेता घोषणा कर दें.

कांग्रेस का कहना है कि सीटों के तालमेल में कोई दिक्कत नहीं आएगी और 'उचित समय पर' निर्णय हो जाएगा. 

पार्टी के राज्य प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने कहा, 'यह तय हुआ है कि अगले हफ्ते किसी भी दिन राजद, कांग्रेस और दूसरे सहयोगी दल के नेता बैठेंगे. अभी ऐसा नहीं है कि इसी बैठक में सबकुछ तय हो जाएगा. यहां से बातचीत की औपचारिक शुरुआत होगी. इस बैठक में सीटों के तालमेल के साथ चुनाव प्रचार अभियान और इस रणनीति पर विचार किया जाएगा कि हम कैसे ज्यादा से ज्यादा सीटें जीत सकते हैं.' सीटों के बंटवारे पर अंतिम फैसले की अवधि पूछे जाने पर गोहिल ने कहा, 'उचित समय पर इसका निर्णय हो जाएगा.'

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बता दें, साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बिहार की 40 सीटों में से 27 पर राजद और 12 पर कांग्रेस ने चुनाव लड़ा था. एक सीट राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के खाते में गई थी. उस चुनाव में राजद ने चार सीटों पर और कांग्रेस ने दो और राकांपा ने एक सीट पर जीत हासिल की थी. इस बार कई और पार्टियां महागठबंधन में शामिल हैं. इनमें उपेंद्र कुशवाहा की रालोसपा, पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की पार्टी ''हम'' और शरद यादव की पार्टी लोकतांत्रिक जनता दल शामिल है. ऐसी भी चर्चा है कि वाम दलों को भी साथ लेने की कोशिश हो सकती है.

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