भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर 'रावण' का BSP सुप्रीमो मायावती पर बड़ा बयान, दलितों को लेकर कही यह बात...

चुनाव (Lok Sabha Election) के मौसम में आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी लगातार जारी है. भीम आर्मी चीफ (Bhim Army) चंद्रशेखर आजाद 'रावण' ने बसपा प्रमुख मायावती (Mayawati) पर जोरदार हमला बोला.

भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर 'रावण' का BSP सुप्रीमो मायावती पर बड़ा बयान, दलितों को लेकर कही यह बात...

भीम आर्मी (Bhim Army) चीफ चंद्रशेखर आजाद 'रावण' का मायवती पर हमला.

खास बातें

  • चंद्रशेखर रावण का मायावती पर हमला
  • कहा- दलितों की शुभचिंतक नहीं मायावती
  • कहा- बाबा साहेब के सपने को मैं करूंगा पूरा
महू/भोपाल:

चुनाव (Lok Sabha Election) के मौसम में आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी लगातार जारी है. भीम आर्मी चीफ (Bhim Army) चंद्रशेखर आजाद 'रावण' ने बसपा प्रमुख मायावती (Mayawati) पर जोरदार हमला बोला. चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad Ravan) ने कहा कि मायावती (Mayawati News) दलितों की शुभचिंतक नहीं है और न ही वह दलितों के हितों की रक्षा करती हैं. चंद्रशेखर (Chandrashekhar Ravan) ने हाल ही में ऐलान किया था कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के खिलाफ उत्तर प्रदेश की वाराणसी लोकसभा सीट (Varanasi Lok Sabha Seat) से चुनाव लड़ेंगे. देश के संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की 128वीं जयंती के अवसर पर उनकी जन्मस्थली महू में उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने आए चंद्रशेखर ने बताया, 'बाबा साहेब ने कुछ बड़े-बड़े सपने देखे थे, जो अब तक पूरे नहीं हुए हैं. इसलिए मैं यहां पर आया हूं और मैं उनके इन सपनों को पूरा करूंगा.'

यह भी पढ़ें: NDTV से बोले चंद्रशेखर 'रावण'- मैंने मायावती को पांच बार किया फोन पर नहीं मिला जवाब

एक सवाल के जवाब में भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर 'रावण' (Chandrashekhar Ravan) ने कहा, 'मायावती (Mayawati) की पार्टी दलितों के हितों की रक्षा नहीं करती है. असलियत में समूचे देश में दलितों की शुभचिंतक मेरी पार्टी (भीम आर्मी) है, न कि बसपा.' 

यह भी पढ़ें: भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर की दो टूक- 'सुधर जाओ नहीं तो सुधार देंगे, अब बहुजन समाज घोड़ी पर चढ़ेगा और मूंछें भी रखेगा'

हाल ही में बहुजन समाज पार्टी (BSP) की अध्यक्ष मायावती ने भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर पर दलित वोट बांटकर भाजपा को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया था. साथ ही उन्होंने भाजपा को सत्ता से हटाने के लिए एकजुट रहने की अपील भी की थी. उन्होंने ट्वीट किया था, 'दलितों का वोट बांटकर भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए ही भाजपा भीम आर्मी के चंद्रशेखर को वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़वा रही है. यह संगठन भाजपा ने ही षड्यंत्र के तहत बनवाया है और इसकी आड़ में भी अपनी दलित-विरोधी मानसिकता वाली घिनौनी राजनीति कर रही है.'

यह भी पढ़ें: चंद्रशेखर आजाद की रैली, कहा- ऐलान कर रहे हैं मोदी जी को दिल्ली की गद्दी छूने नहीं देंगे

उन्होंने आगे लिखा था, 'भाजपा ने गुप्तचरी करने के लिए पहले चंद्रशेखर को बीएसपी में भेजने का प्रयास किया, लेकिन उनका यह षड्यंत्र विफल रहा. अहंकारी, निरंकुश व घोर जातिवादी व सांप्रदायिक भाजपा को सत्ता से हटाने के लिए आपका एक-एक वोट बहुत कीमती है. इसे किसी भी हाल में बर्बाद नहीं होने देने की अपील की.'

यह भी पढ़ें: भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद से प्रियंका गांधी की मुलाकात के क्या हैं मायने

बता दें कि भीम सेना (Bhim Army) प्रमुख चंद्रशेखर ने प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में रोड शो कर अपनी ताकत का अहसास कराया था. इस दौरान उन्होंने कहा था, 'मैंने मायावती से संपर्क किया था कि गठबंधन का प्रत्याशी यहां से उतारे तो हम तैयार हैं. लेकिन इस पर कोई जवाब ही नहीं मिला है.'

उत्तर प्रदेश में 80 सीटें, 7 चरणों में मतदान
11 अप्रैल: गौतमबुद्ध नगर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, सहारनपुर
18 अप्रैल: अलीगढ़, अमरोहा, बुलंदशहर, हाथरस, मथुरा, आगरा, फतेहपुर सीकरी, नगीना
23 अप्रैल: मुरादाबाद, रामपुर, संभल, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला, बरेली, पीलीभीत
29 अप्रैल: शाहजहांपुर, खेड़ी़, हरदोई, मिश्रिख, उन्नाव, फर्रुखाबाद, इटावा, कनौज, कानपुर, अकबरपुर, जालौन, झांसी, हमीरपुर
6 मई: फिरोजाबाद, धौरहरा, सीतापुर, माेहनलालगंज, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, बांदा, फतेहपुर, कौशांबी, बाराबंकी, बहराइच, कैसरगंज, गोंडा
12 मई: सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, फूलपुर, प्रयागराज, अंबेडकर नगर, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बस्ती, संत कबीर नगर, लालगंज, आजमगढ़, जौनपुर, मछलीशहर, भदोही
19 मई: महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सालेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर, रॉबर्ट्सगंज

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

VIDEO: मायावती ने मेरे फोन का नहीं दिया जवाब - चंद्रशेखर