अलवर सामूहिक बलात्कार कांड (Alwar gangrape Case) मामले को लेकर गाजीपुर में आयोजित जनसभा रैली के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस सरकार व स्थानीय पुलिस पर हमला बोला था. उनका कहना था कि अलवर में एक दलित बेटी के साथ दो हफ्ते पहले कुछ दरिंदों ने सामूहिक बलात्कार किया, लेकिन राजस्थान में चुनाव थे. कांग्रेस सरकार और पुलिस इस केस को छिपाने और दबाने में जुट गई. इसी मामले को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कई ट्वीट्स किए. उनका कहना है कि पीएम मोदी राजस्थान को लेकर बयानबाजी कर रहे हैं, वो तर्कसंगत नहीं है. उनकी पीड़ित परिवार से सहानुभूति रखने से ज्यादा इस घटना से राजनीतिक लाभ उठाने की मंशा है. छठे एवं सातवें फेज के चुनाव में लाभ लेने के लिये वे इस मामले को तूल दे रहे हैं.
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प्रधानमंत्री मोदी जी राजस्थान को लेकर बयानबाजी कर रहे हैं, वो तर्कसंगत नहीं है। उनकी पीडित परिवार से सहानुभूति रखने से ज्यादा इस घटना से राजनीतिक लाभ उठाने की मंशा है। छठे एवं सातवें फेज के चुनाव में लाभ लेने के लिये वे इस मामले को तूल दे रहे हैं।
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थानागाजी प्रकरण में समाचार पत्रों की खबरों के अनुसार BJP के पूर्व मंत्री ने पीड़िता के परिवार के दुख-दर्द को न समझते हुए अमानवीयता की पराकाष्ठा को दर्शाते हुए संवेदनहीनतापूर्वक प्रकरण को दबाने के लिये सौदेबाजी का प्रयास किया। जबकि PM इसे दबाने का आरोप राज्य सरकार पर लगा रहे हैं।
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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मसले पर कुल चार ट्वीट किए हैं. उन्होंने पीएम मोदी पर पलटवार करते हुए कहा, ''थानागाजी प्रकरण में समाचार पत्रों की खबरों के अनुसार BJP के पूर्व मंत्री ने पीड़िता के परिवार के दुख-दर्द को न समझते हुए अमानवीयता की पराकाष्ठा को दर्शाते हुए संवेदनहीनतापूर्वक प्रकरण को दबाने के लिये सौदेबाजी का प्रयास किया. जबकि PM इसे दबाने का आरोप राज्य सरकार पर लगा रहे हैं.''
यह घटना बहुत दुखद है, परन्तु इस पर सियासत करना अत्यन्त ही निन्दनीय है। राज्य में किसी भी पार्टी की सरकार को, ऐसी घटनाओं को रोकना सभी का दायित्व है। पीड़ित परिवार की व्यथा को समझे बिना चुनावी लाभ लेने का प्रयास करना अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण है। #Rajasthan
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यह घटना बहुत दुखद है, परन्तु इस पर सियासत करना अत्यन्त ही निन्दनीय है। राज्य में किसी भी पार्टी की सरकार को, ऐसी घटनाओं को रोकना सभी का दायित्व है। पीड़ित परिवार की व्यथा को समझे बिना चुनावी लाभ लेने का प्रयास करना अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण है। #Rajasthan
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उन्होंने आगे कहा, ''यह घटना बहुत दुखद है, परन्तु इस पर सियासत करना अत्यन्त ही निंदनीय है. राज्य में किसी भी पार्टी की सरकार को, ऐसी घटनाओं को रोकना सभी का दायित्व है. पीड़ित परिवार की व्यथा को समझे बिना चुनावी लाभ लेने का प्रयास करना अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण है.'' अपने आखिरी ट्वीट में गहलोत ने लिखा, ''गत भाजपा शासन में महिला अत्याचार, नाबालिग बालिकाओं से बलात्कार की बाढ़ आई हुई थी. आम जन की सुनवाई नहीं होती थी. ऐसे कई मामलों में दोषियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं हुई और आम जन को राहत नहीं मिल पाई. जबकि हमारी सरकार बनते ही, जब भी कोई मामला सामने आता है तो कठोर कार्यवाही की जाती है.''
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बता दें, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि बसपा अध्यक्ष मायावती को अगर अलवर में हुए सामूहिक बलात्कार काण्ड से वाकई पीड़ा हो रही है तो वह राजस्थान सरकार से समर्थन वापस लें. पीएम मोदी ने देवरिया और कुशीनगर में हुए चुनावी रैलियों में कहा ''राजस्थान की सरकार बसपा के सहयोग से चल रही है. वहां की कांग्रेस सरकार दलित बेटी से सामूहिक बलात्कार का मामला दबाने में लगी है. बहनजी (बसपा प्रमुख मायावती) राजस्थान में आपके समर्थन से सरकार चल रही है. वहां दलित बेटी से बलात्कार हुआ है. आपने उस सरकार से समर्थन वापस क्यों नहीं लिया? घड़ियाली आंसू बहा रही हो.''
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