
नई दिल्ली:
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की हृदयस्थली कनॉट प्लेस में स्थित आक्सफोर्ड बुक सेंटर में देश की प्रख्यात शिक्षाविद व लेखिका अलका वासुदेवा की पुस्तक 'कंटेम्परेरी रिफ्लेक्शंस' का विमोचन किया गया. अलका वासुदेवा की यह पहली किताब है. अलका की तीन और पुस्तकें जल्द ही प्रकाशित होने को तैयार हैं, जिनमें से एक पुस्तक 'द वॉयसेज ऑफ मेनी' ट्रांसजेंडर मुद्दे पर लिखी गई है. यह पुस्तक लिंग परिवर्तन कराने को लेकर चर्चा में रहीं निताशा विश्वास के जीवन पर आधारित है.
पुस्तक के लोकापर्ण के दौरान निताशा खुद मौजूद रहीं.
पिछले दो दशक शिक्षण के पेशे में सक्रिय अलका पिछले चार वर्षो से रचना कर्म कर रही हैं. अलका कंटेपरेरी रिफ्लेक्शंस पर 2013 से काम कर रही थीं.
अलका ने इस अवसर पर कहा, ‘इस पुस्तक में 73 कविताओं का संग्रह है, जिसे छह अलग अलग हिस्सों में रखा गया है. इसमें मौज-मस्ती, व्यंग्य, संबंध, बारिश, प्रेम और दर्शन प्रासंगिक हैं. इस किताब को खासकर आज के युवाओं पर ध्यान केंद्रित कर लिखा गया है, जिसे पढ़ने में युवाओं की खासी रुचि होगी.’
अलका की इस किताब का ई-बुक संस्करण भी लॉन्च किया गया.
न्यूज एजेंसी आईएएनएस से इनपुट
पुस्तक के लोकापर्ण के दौरान निताशा खुद मौजूद रहीं.
पिछले दो दशक शिक्षण के पेशे में सक्रिय अलका पिछले चार वर्षो से रचना कर्म कर रही हैं. अलका कंटेपरेरी रिफ्लेक्शंस पर 2013 से काम कर रही थीं.
अलका ने इस अवसर पर कहा, ‘इस पुस्तक में 73 कविताओं का संग्रह है, जिसे छह अलग अलग हिस्सों में रखा गया है. इसमें मौज-मस्ती, व्यंग्य, संबंध, बारिश, प्रेम और दर्शन प्रासंगिक हैं. इस किताब को खासकर आज के युवाओं पर ध्यान केंद्रित कर लिखा गया है, जिसे पढ़ने में युवाओं की खासी रुचि होगी.’
अलका की इस किताब का ई-बुक संस्करण भी लॉन्च किया गया.
न्यूज एजेंसी आईएएनएस से इनपुट
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