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This Article is From Nov 14, 2022

World Diabetes Day : आयुर्वेद के अनुसार ऐसी होनी चाहिए Sugar Patient की रूटीन, कर लीजिए फॉलो

World Diabetes Day 2022 : अगर मधुमेह जैसी गंभीर बीमारी का पता समय रहते लग जाए तो इसकी रोकथाम की जा सकती है, तो चलिए जानते हैं इससे बचाव के आयुर्वेदिक तरीके.

World Diabetes Day : आयुर्वेद के अनुसार ऐसी होनी चाहिए Sugar Patient की रूटीन, कर लीजिए फॉलो
Diabetes के मरीज अपने आहार में उच्च वसा, कार्ब्स और शुगर वाले खाद्य पदार्थों का सेवन ना करें.

Tips for sugar Patient : इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन (IDF Diabetes) के अनुसार, भारत में 2019 तक मधुमेह रोगियों की संख्या 77 मिलियन के करीब थी जो 2030 तक बढ़कर 101 मिलियन हो सकती है और 2045 तक134.2 मिलियन. आपको बता दें कि 20 से 79 आयुवर्ग के डायबिटीज के मामले में भारत दूसरे नंबर पर है. इतनी तेजी से बढ़ रहे डायबिटीज के रोगियों की तादाद चिंताजनक है. हालांकि इसका मुख्य कारण आनुवांशिक और खराब लाइफस्टाइल है. डॉक्टरों का मानना है कि अगर यह गंभीर बीमारी समय रहते पता चल जाए तो इसका इलाज किया जा सकता है. इसलिए इस बीमारी को लेकर लोगों को जागरुक करना अतिआवश्यक है. तो चलिए जानते हैं आयुर्वेदिक उपाय इससे निपटने के.

डायबिटीज से कैसे बचें | how to avoid diabetes

-छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी बीमारी का ठीक करने का पहला चरण आहार होता है. अगर आपने खान-पान को सही कर लें तो 50 फीसदी समस्या आप खुद हल कर लेंगे. और मधुमेह (sugar) जैसी गंभीर बीमारी के मरीज को तो खास तौर से इसका ध्यान रखना चाहिए.रक्त में शर्करा को नियंत्रित करने के लिए शुगर के मरीज को करेला, जामुन, आंवले का जूस पीना चाहिए. यह डाइट टाइप 1 और 2 दोनों तरह के मधुमेह रोगियों के लिए है.

- इसके मरीज अपने आहार में उच्च वसा, कार्ब्स और शुगर वाले खाद्य पदार्थों का सेवन ना करें. बल्कि साबुत अनाज, सब्जियां, फल को खाएं. वहीं, शारीरिक गतिविधियों (exercise and yoga for diabetes) के लिए समय जरूर निकालें. रोजाना कम से कम आधा घंटे योगासन जरूर करें शुगर को नियंत्रित करने वाले. जो लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं और जो नहीं हैं दोनों को ही दिनचर्या में व्यायाम को शामिल कर लेना चाहिए. अपने शरीर का वजन बिल्कुल ना बढ़ने दें क्योंकि इससे हृदय रोग का भी खतरा मंडराने लगता है.

- वहीं, तनाव किसी तरह का ना लें. इससे आपका शुगर, बीपी तो बढ़ेगा ही साथ ही हृदयघात की भी आशंका बनने लगती है. इसलिए जितना हो सके इससे दूर ही रहें और मेडिटेशन करते रहें. इससे चिंता और तनाव कम होगी और आप ऊर्जावान महसूस करेंगे. 

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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