Rohingya Muslims: भारत में रोहिंग्या मुस्लिमों को लेकर अक्सर चर्चा होती है, म्यांमार से भागकर आए हजारों रोहिंग्या मुस्लिम देश के अलग-अलग राज्यों में हैं. अब इन्हें वापस भेजने की मांग हो रही है और इनकी पहचान की जा रही है. भारत के अलावा बाकी कई देशों में भी रोहिंग्या मुस्लिमों की संख्या काफी ज्यादा है, जो अवैध तौर पर वहां रह रहे हैं. ऐसे में आज हम आपको बता रहे हैं कि दुनिया में सबसे ज्यादा रोहिंग्या मुस्लिम किस देश में रहते हैं और इनकी कुल जनसंख्या कितनी है.
कौन हैं रोहिंग्या मुस्लिम?
रोहिंग्या अल्पसंख्यक मुस्लिमों का एक समुदाय है. पिछले सैकड़ों सालों से रोहिंग्या समुदाय के मुस्लिम म्यांमार और बांग्लादेश में रहते आए हैं. इनकी जनसंख्या 70 के दशक में काफी ज्यादा थी, जो लगातार कम होती चली गई. रोहिंग्या मुसलमानों को कई तरह की क्रूरता का सामना करना पड़ा, कभी स्थानीय जाति के लोगों ने तो कभी सेना ने इन पर अत्याचार किए. 1977 में पहली बार हुई सैन्य कार्रवाई के बाद करीब लाखों रोहिंग्या मुस्लिमों ने देश छोड़ दिया और म्यांमार से भागकर दुनिया के दूसरे देशों में शरण लेने के लिए मजबूर हुए.
सबसे ज्यादा कहां रहते हैं रोहिंग्या मुस्लिम?
रोहिंग्या सॉलिडेरिटी ऑर्गनाइजेशन (RSO) के आंकड़ों के मुताबिक फिलहाल बांग्लादेश में सबसे ज्यादा रोहिंग्या मुस्लिम रहते हैं. यहां इनकी आबादी करीब 16 लाख से ज्यादा है. इसके बाद म्यांमार में करीब 7 लाख रोहिंग्या मुस्लिम रहते हैं. इसके अलावा सऊदी अरब ऐसा तीसरा देश है, जहां सबसे ज्यादा रोहिंग्या रहते हैं. यहां इनकी संख्या करीब चार लाख 70 हजार है. पाकिस्तान में 4.5 लाख, मलेशिया में करीब दो लाख और भारत में रोहिंग्या मुस्लिमों की संख्या करीब 50 हजार बताई जाती है.
इन देशों के अलावा यूएई, थाईलैंड, ऑस्ट्रेलिया और दुनिया के बाकी कुछ देशों में भी रोहिंग्या मुस्लिम रहते हैं. कई देशों के लिए अब रोहिंग्या मुस्लिम बड़ा बोझ बन चुके हैं, इसीलिए इन्हें लेकर तमाम तरह के कदम उठाए जा रहे हैं और इनकी पहचान की जा रही है.
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