
दिवाली का त्योहार आने वाला है, ऐसे में एक बार फिर पटाखों पर बहस छिड़ गई है. राजधानी दिल्ली में हर बार की तरह इस बार भी पटाखे बैन रहेंगे, जिसे लेकर दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता लगातार विरोध कर रही हैं. उनका कहना है कि बिना पटाखों के दिवाली का त्योहार कैसे मनाया जा सकता है. पिछले कुछ सालों से पॉल्यूशन को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट की तरफ से दिल्ली-एनसीआर में पटाखों पर बैन लगाया जा रहा है. ऐसे में लोगों के मन में सवाल आता है कि आखिर भारत के अलावा किन देशों में पटाखों पर बैन लगाया जाता है. आइए ऐसे देशों के बारे में जानते हैं, जहां इस तरह का बैन देखने को मिला है.
क्यों लगता है बैन?
अक्टूबर-नवंबर के महीने में दिल्ली की हवा पॉल्यूशन से काफी जहरीली हो जाती है, ऐसे में पटाखों से निकलने वाला बारूद उसे और ज्यादा जहरीला कर देता है. यही वजह है कि तमाम राज्यों में पटाखों पर बैन लगाया जाता है या फिर कम पटाखे जलाने की अपील की जाती है. हालांकि बैन के बावजूद दिवाली की रात जमकर आतिशबाजी होती है.
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किन देशों में है बैन?
नेपाल: भारत के पड़ोसी मुल्क नेपाल में भी पटाखों पर बैन लगाया गया है. यहां पटाखे खरीदने और बेचने पर पाबंदी है. इसी बैन के चलते कई बार भारत से नेपाल में पटाखों की तस्करी की जाती है.
पाकिस्तान: भारत की तरह पाकिस्तान का नाम भी दुनिया के उन देशों में शामिल है, जहां सबसे ज्यादा पॉल्यूशन है. पाकिस्तान में सिर्फ शादी या फिर अन्य समारोह में आतिशबाजी की इजाजत है.
ब्रिटेन: पटाखों पर बैन लगाने वाले देशों की लिस्ट में ब्रिटेन भी शामिल है, यहां रात को पटाखे फोड़ना मना है, इसके अलावा पब्लिक प्लेस पर पटाखे जलाने पर भारी जुर्माना वसूला जाता है.
सिंगापुर: सिंगापुर में 1972 से ही पटाखों पर बैन लगा हुआ है. यहां पटाखे फोड़ने पर तुरंत केस दर्ज होता है और आपको जेल भी हो सकती है. इस देश में पटाखों को काफी रिस्की माना जाता है और हर तरह के बारूद पर पाबंदी लगाई गई है.
चीन: चीन में भी पटाखों पर आंशिक बैन लगाया गया है. यहां सिर्फ न्यू ईयर सेलिब्रेशन के वक्त पटाखे चलाए जा सकते हैं. हालांकि कुछ इलाके ऐसे भी हैं, जहां आतिशबाजी पर पाबंदी नहीं है.
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