INS विक्रांत पर सवार था तो उस गर्व की भावना को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता : पीएम मोदी

पीएम मोदी ने आईएनएस विक्रांत को नौसेना में शामिल किए जाने के समारोह की झलकियों का एक वीडियो शेयर किया

INS विक्रांत पर सवार था तो उस गर्व की भावना को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता : पीएम मोदी

पीएम नरेंद्र मोदी ने कोचीन में शुक्रवार को आईएनएस विक्रांत का जलावतरण किया था.

खास बातें

  • पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा - भारत के लिए एक ऐतिहासिक दिन!
  • आईएनएस विक्रांत को शुक्रवार को नौसेना के बेड़े में शामिल किया गया
  • विक्रांत भारत में बनाया गया अब तक का सबसे बड़ा युद्धपोत है
नई दिल्ली:

पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने पहले स्वदेशी विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रांत (INS Vikrant) को शुक्रवार को देश को समर्पित किया. नौसेना के लिए यह दिन ऐतिहासिक रहा क्योंकि 25 वर्ष के बाद विक्रांत एक बार फिर नए रूप में तथा नई ताकत के साथ नौसेना की शान बन गया. विक्रांत भारत में बनाया गया अब तक का सबसे बड़ा युद्धपोत है. पीएम मोदी ने आज आईएनएस विक्रांत को नौसेना में शामिल किए जाने के समारोह की झलकियों का एक वीडियो शेयर किया. उन्होंने ट्विटर पर लिखा - ''भारत के लिए एक ऐतिहासिक दिन! जब मैं कल आईएनएस विक्रांत पर सवार था तो उस गर्व की भावना को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता.''

आईएनएस विक्रांत को नौसेना के बेड़े में शामिल किए जाने के मौके पर पीएम मोदी ने कहा था कि, 'विक्रांत विशाल है, विराट है, विहंगम है, विक्रांत विशिष्ट है, विक्रांत विशेष भी है. भारत के बुलंद हौसलों की हुंकार है. विक्रांत केवल एक युद्धपोत नहीं है. ये 21वीं सदी के भारत के परिश्रम, प्रतिभा, प्रभाव और प्रतिबद्धता का प्रमाण है. यदि लक्ष्य दुरन्त हैं, यात्राएं दिगंत हैं, समंदर और चुनौतियां अनंत हैं- तो भारत का उत्तर है विक्रांत. आजादी के अमृत महोत्सव का अतुलनीय अमृत है विक्रांत. आत्मनिर्भर होते भारत का अद्वितीय प्रतिबिंब है विक्रांत.'

पीएम मोदी ने कहा था कि, INS विक्रांत केवल एक युद्ध मशीन नहीं, बल्कि भारत के कौशल और प्रतिभा का प्रमाण भी है. यह खास और अलग है. विक्रांत भारत के रक्षा क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने की सरकार की प्रतिबद्धता का एक उदाहरण है. INS विक्रांत के साथ ही भारत उन चुनिंदा देशों के समूह में शामिल हो गया है, जो स्वदेशी स्तर पर विमानवाहक पोत बना सकते हैं.

पीएम मोदी ने कहा था कि, लक्ष्य कितना भी कठिन क्यों न हो, चुनौतियां कितनी भी बड़ी क्यों न हों, जब भारत ठान लेता है तो कोई भी लक्ष्य हासिल करना असंभव नहीं होता. 

नौसेना के नए ध्वज (निशान) का अनावरण करते हुए पीएम ने कहा था कि भारत ने औपनिवेशिक अतीत को त्याग दिया है. अभी तक भारतीय नौसेना के ध्वज में गुलामी की निशानी थी.

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