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मुंबई में महिला पायलट से उबर कैब में छेड़छाड़, ड्राइवर समेत तीन पर केस दर्ज, दो आरोपी फरार

घटना के दौरान कैब ड्राइवर ने न तो कोई विरोध किया, न ही दोनों अजनबियों को रोकने की कोशिश की. महिला के मुताबिक, करीब 25 मिनट की यात्रा के बाद यह सब हुआ.

मुंबई में महिला पायलट से उबर कैब में छेड़छाड़, ड्राइवर समेत तीन पर केस दर्ज, दो आरोपी फरार
मुंबई:

देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में महिला सुरक्षा को लेकर एक बार फिर चिंता बढ़ाने वाली घटना सामने आई है. एक 28 वर्षीय महिला पायलट के साथ कैब में सफर के दौरान छेड़छाड़ की गई. पुलिस ने उबर कैब ड्राइवर समेत तीन लोगों पर यौन उत्पीड़न और धमकी देने के आरोप में मामला दर्ज किया है. घटना गुरुवार रात की है जब महिला दक्षिण मुंबई से घाटकोपर स्थित अपने घर लौट रही थीं.

क्या है पूरा मामला?

पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वह अपने नौसेना अफसर पति से मिलने के बाद रात करीब 11:15 बजे फोर्ट से उबर कैब में सवार हुई थीं. उनका पति फिलहाल नेवी के एक आवासीय परिसर में रह रहे हैं, जबकि महिला घाटकोपर में अकेली रहती हैं. 

कैब में कुछ समय बाद, ड्राइवर ने तय रूट से गाड़ी मोड़ दी और रास्ते में दो अज्ञात पुरुषों को कैब में बैठा लिया. इनमें से एक व्यक्ति महिला के पास पीछे बैठ गया और उसके साथ अश्लील हरकत की, उसका हाथ मरोड़ा और जांघ पर हाथ रखा. जब महिला ने विरोध किया और चिल्लाई, तो दूसरे व्यक्ति ने उसे धमकाया. 

ड्राइवर ने महिला की नहीं की मदद

घटना के दौरान कैब ड्राइवर ने न तो कोई विरोध किया, न ही दोनों अजनबियों को रोकने की कोशिश की. महिला के मुताबिक, करीब 25 मिनट की यात्रा के बाद यह सब हुआ. थोड़ी ही देर में कैब एक पुलिस नाके के पास से गुज़री, जिसे देखकर दोनों आरोपी कैब से उतरकर फरार हो गए. ड्राइवर महिला को चुपचाप उसके घर छोड़ गया.

पुलिस ने शुरू की जांच

अगली सुबह पीड़िता ने अपने पति को पूरी घटना बताई, जिसके बाद दोनों ने जाकर घाटकोपर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई.  पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उबर कैब ड्राइवर को हिरासत में ले लिया है. दो अज्ञात आरोपियों की तलाश के लिए टीम गठित कर दी गई है. 

तीनों आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 
75(1) – यौन उत्पीड़न
351(2) – आपराधिक धमकी
3(5) – साझा इरादा के तहत मामला दर्ज किया गया है।

ऐप-बेस्ड कैब सर्विसेस की सुरक्षा व्यवस्था पर अब सवाल खड़े होने लगे है. कैसे एक ड्राइवर रास्ता बदलकर दो अनजान लोगों को कैब में बैठा सकता है? क्या राइड ट्रैकिंग, रूट डेविएशन अलर्ट जैसी सुविधाएं पर्याप्त हैं? और सबसे अहम, क्या ऐप कंपनियां महिला यात्रियों की सुरक्षा को गंभीरता से लेती हैं?

कंपनी की तरफ से नहीं आया है कोई बयान

मुंबई पुलिस ने कहा है कि मामला गंभीर है और जांच तेज़ कर दी गई है.  सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल्स के जरिए आरोपियों की पहचान की जा रही है.  Uber की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन आमतौर पर ऐसे मामलों में कंपनी ड्राइवर को प्लेटफॉर्म से प्रतिबंधित कर देती है और पुलिस जांच में सहयोग का दावा करती है. 

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