जब आपदा प्रबंधन की बात आती है तो ओडिशा सरकार हमेशा एक कदम आगे रहती है. साइक्लोन फोनी के दौरान ओडिशा सरकार की तारीफ हुई थी अब कोरोना नियंत्रण को लेकर ओडिशा सरकार की तारीफ हो रही है. वर्ल्ड इकनोमिक फोरम ने कोरोना के खिलाफ ओडिशा सरकार के द्वारा उठाये हुए कदम की तारीफ की है. ओडिशा में देश के करीब 3.5 प्रतिशत के लोग रहते है लेकिन ओडिशा में 79 कोरोना केस सामने आए हैं केस सामने आए हैं जो देश के कुल कोविड केस के 0.35 प्रतिशत के करीब है.
ओडिशा में पहला केस 15 मार्च को आया. 28 मार्च तक ओडिशा में तीन लोग संक्रमित हुए थे. 3 अप्रैल को ओडिशा में एक दिन में 15 केस सामने आए जब कि 4 अप्रैल को ओडिशा में 18 लोग पॉजिटिव पाए गए. 10 अप्रैल को ओडिशा में कुल केस 50 हुए. 22 अप्रैल के सुबह तक ओडिशा में कुल केस 80 हैं. ओडिशा में 29 लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं जब की एक ही मौत हुई है. कोविड अस्पताल बनाने की बात हो या लॉकडाउन की, ओडिशा सरकार इस काम को खूबी से निभाया है. कोरोना को नियंत्रण करने के लिए ओडिशा सरकार कुछ ऐतिहासिक निर्णय ली है.
मेडिकल स्टाफ को शहीदों का दर्जा:
ओडिशा सरकार ने सरकारी और प्राइवेट अस्पताल में काम करने वाले मेडिकल स्टाफ के लिए कुछ खास घोषणा किया. ओडिशा में अब अगर किसी भी मेडिकल स्टाफ की कोरोना से मौत होती है तो उसे 50 लाख के साथ-साथ शहीदों की दर्जा देने की ओडिशा सरकार ने निर्णय लिया है. इस के साथ साथ कोरोना से मौत मेडिकल स्टाफ के परिवारों वालों को रिटायरमेंट तक पूरी तन्खा भी दी जाएगी. डॉक्टर के खिलाफ होने वाले हिंसा के खिलाफ भी ओडिशा सरकार क्रिमिनल एक्ट के तहत करवाई करने की बात कही है. इसे पहले भी ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मेडिकल स्टाफ को तीन महीने की एडवांस तन्खा देने की बात कही थी.
सरपंचों को जिला अधिकारी की पावर:
कोरोना को नियंत्रण करने और मजदूरों की समस्या को ध्यान में रखते हुए 19 अप्रैल को नवीन पटनायक ने एक निर्णय लिया है. नवीन पटनायक ने सरपंचों को जिला अधिकार का पावर दे दिया है. अब बाहर राज्य से ओडिशा आ रहे लिगों की सरपंच ही रजिस्ट्रेशन करवाएगा. 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन में रहने के लिए व्यवस्था करेगा. 14 दिनों के बाद मजदूरों को 2000 रुपया भी दिए जाएंगे.
इसे पहले भी ओडिशा सरकार ने ग्रामपंचायत स्तर कुछ खास व्यवस्था की थी. शहर से गांव आ रहे लोगों के लिए स्कूल में 14 दिनों तक रहने के साथ साथ खानेपीने को ब्यवस्था की गई है. असहाय लोगों के लिए भी खाना पैक करके भेजा जा रहा है, लेकिन यह पहली बार हुआ है जहां अब सरपंच ज़िला अधिकारी के तरह काम करेगा. सिर्फ इतना ही नहीं ओडिशा सरकार ने राशन कार्ड धारकों को एक साथ तीन महीने की राशन दिया है. सामाजिक कल्याणकारी योजना के तहत दिए जा रहे पेंशन और भत्ता भी तीन के लिए एडवांस में दिया जा रहा है।बाहर राज्यों के मजदूरों की खास खयाल रखा जा रहा है.
देश के बाहर आ रहे लोगों के लिए क्वारंटाइन की व्यवस्था:
ओडिशा में पहला केस 15 मार्च को सामने आया लेकिन ओडिशा सरकार ने इसे पहले कदम उठाना शुरू कर दी थी. 12 मार्च को ओडिशा सरकार ने एक ऑनलाइन पोर्टल बनाई और देश के बाहर से ओडिशा आ रहे लोगों को इस ऑनलाइन पोर्टल में रजिस्ट्रेशन करने के लिए कहा था. रजिस्ट्रेशन करने वाले व्यक्ति को 14 दिनों तक क्वारंटाइन में रहने के लिए सलाह दी गई है. क्वारंटाइन पीरियड खत्म होने के बाद 15000 दिए जाएंगे.
लॉक डाउन सफल करने के लिए खास ध्यान:
निर्णय लेने के लिए मामले में ओडिशा सरकार ने केंद्र सरकार से एक कदम आगे रही. जहां केंद्र सरकार ने 24 मार्च से लॉकडाउन लागू किया उसके एक दिन पहले ओडिशा सरकार ने डाउन लागू कर दिया था. लॉकडाउन को सफल करने के लिए खास ध्यान दिया दिया जा रहा है. सोशल मीडिया की सहारा ली जा रही है. वीडियो संदेश के जरिये लोगों को जागरूक किया जा रहा है. लोगों को सचेत और सतर्क करने के लिए ओडिशा सरकार ने लोगों के पास ज्यादा से ज्यादा जानकारियां पहुंचा रही है. लोगों को वीडियो संदेश दिया गया तो कभी मीम और कार्टून के जरिये लोगों के पास संदेश पहुंचाया जा रहा है.
पुलिस और सफाई कर्मियों की संदेश:
लॉक डाउन को सफल करने के लिए अपने जान को खतरे में डालकर ड्यूटी कर रहे पुलिस और सफाई कर्मचारियों की संदेश लोगों के पास पहुंचाया जा रहा है. सुदर्शन पटनायक जैसे बालू कलाकारों की मदद ली जा रही है सुदर्शन पटनायक अपने बालू कला के जरिये लोगों को जागरूक कर रहे हैं. लोग कैसे तनाव से दूर रहें इस के लिए एक्सपर्ट की सलाह लोगों के पास पहुंचाया जा रहा है. डॉक्टरों की सलाह भी सोशल मीडिया के जरिये लोगों के पास पहुंचाया जा रहा है.
बच्चे और और किशोरे के लिए प्रतियोगिता:
लॉकडाउन से बच्चे और किशोरे बोरिंग न हो इस के लिए ओडिशा सरकार ने "मेरा प्रतिभा" मेरी प्रतियोगिता शुरू किया है. इस प्रतियोगिता के जरिये बच्चों को लॉकडाउन के समय में अपना अनुभव बताने के लिए कहा गया है. ड्राइंग, पोस्टर, कहानी लिखकर ऑनलाइन में सरकार को भेजने के लिए सलाह दी गई है. विजेता को सर्टिफिकेट के साथ-साथ उनके संदेश को कोविद की प्रचार के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है.
कोविड अस्पताल बनाने में खास ध्यान:
कोविड अस्पताल बनाने के मामले में भी ओडिशा सरकार ने अच्छा काम किया है. एक महीने में ओडिशा सरकार ने अलग-अलग जिलों में 29 कोविड अस्पताल बनाने में कामयाब हुई है. इन अस्पतालों में ICU के साथ साथ वेंटिलेटर के सुविधा भी है. ओडिशा सरकार का कहना है कि कुछ दिनों में कोविड अस्पतालों की संख्या 29 से बढ़कर 35 हो जाएगी. ओडिशा में 10 जिलों में 80 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं लेकिन ओडिशा सरकार ने 30 जिले में 6000 से भी ज्यादा बेड की ब्यवस्था की बात कह रही है.
न्यूज़ चैनल कम देखने के लिए सलाह:
कोरोना कंट्रोल करने की बात आती है तो दक्षिण कोरिया और न्यूजीलैंड जैसे देशों की नाम लिया जाता है लेकिन ओडिशा ने इन देशों से भी अच्छा काम किया है. जहां दक्षिण कोरिया में 238 लोगों की मौत हुई है और न्यूजीलैंड में 14 लोगों की वहीं ओडिशा में सिर्फ एक ही मौत हुई है. ओडिशा के बारे में न्यूज़ चैनल में कम चर्चा होती है लेकिन दिलचस्प बात यह है कि कोरोना के समय में तनाव से दूर रहने के लिए ओडिशा सरकार ने न्यूज़ चैनल कम देखने की सलाह दी है.
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