कांग्रेस नेता शशि थरूर ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बांग्लादेश पर दिए गए भाषण पर अपनी टिप्पणी पर माफी मांगी है. उन्होंने अपनी गलती स्वीकारते हुए कहा कि जल्दबाजी में हेडलाइन और ट्वीट पढ़कर ट्विटर पर प्रतिक्रिया दी थी. थरूर ने ट्वीट किया कि अगर मैं गलत हूं तो मुझे अपनी गलती स्वीकारने में बुरा नहीं लगता है. कल जल्दबाजी में कुछ ट्वीट्स और हेडलाइन्स पढ़ने के बाद मैंने ट्वीट किया था. उन्होंने लिखा कि 'हर कोई जानता है कि बांग्लादेश को किसने आजाद कराया' से तात्पर्य था कि इंदिरा गांधी के योगदान को नहीं बताया गया, लेकिन पीएम मोदी ने इसका जिक्र किया था, इसलिए सॉरी.
तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर ने इससे पहले पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए बांग्लादेश निर्माण में इंदिरा गांधी की भूमिका को अनदेखा करने की बात कही थी. इससे पहले शुक्रवार को थरूर ने ट्वीट के जरिए पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि “अंतरराष्ट्रीय शिक्षा: हमारे PM बांग्लादेश के लोगों को भारतीय ‘फर्जी खबर' का स्वाद चखा रहे हैं. उन्होंने कहा था कि हर कोई जानता है कि बांग्लादेश को किसने आजाद कराया है. थरूर के इस ट्वीट का इशारा बांग्लादेश युद्ध में इंदिरा गांधी के योगदान को लेकर था.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बांग्लादेश अपने संस्थापक शेख मुजीबर रहमान की जन्मशती के मौके को “मुजीब वर्ष” के तौर पर मना रहा है. प्रधानमंत्री मोदी दो दिन (26-27 मार्च) के दौरे पर बांग्लादेश में हैं. अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने इंदिरा गांधी के योगदान का जिक्र किया था.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं