विज्ञापन

दलित प्रेरणा स्थल पर बैठे किसानों को पुलिस ने हिरासत में लिया, मौके पर भारी पुलिस फोर्स तैनात

गौतमबुद्धनगर जिले में स्थित प्रेरणा स्‍थल पर इस समय काफी अफरातफरी मची हुई है. किसानों को बसों में भरा जा रहा है. किसान नारे लगा रहे हैं- पुलिस की गुंडागर्दी नहीं चलेगी. अभी ये पता नहीं चल पाया है कि किसानों को बसों में भरकर कहां ले जाया जा रहा है.

क्‍या कर रहे किसान, प्रेरणा स्‍थल पर आज क्‍या हालात..?

नई दिल्‍ली:

भारी पुलिस की मौजूदगी में दलित प्रेरणा स्थल पर बैठे 700 से ज्यादा किसानों को हिरासत में लिया गया और बसों में भरकर अज्ञात स्थान पर भेजा जा रहा है. दलित प्रेरणा स्थल को खाली कराया जा रहा है. मौके पर भारी पुलिस फोर्स तैनात है. दादरी-नोएडा लिंक रोड पर महामाया फ्लाईओवर पर जुटे हजारों किसानों ने प्रशासन की गुजारिश के बाद सोमवार को सड़क छोड़ दी थी. सड़क छोड़ किसानों ने प्रेरणा स्‍थल पर डेरा डाल लिया है. अब किसानों को यहां से उठाया जा रहा है और दूसरे स्‍थान पर भेजा जा रहा है.

Latest and Breaking News on NDTV

प्रेरणा स्‍थल पर आज क्‍या हालात..? 

गौतमबुद्धनगर जिले में स्थित प्रेरणा स्‍थल पर इस समय काफी अफरातफरी मची हुई है. किसानों को बसों में भरा जा रहा है. किसान नारे लगा रहे हैं- पुलिस की गुंडागर्दी नहीं चलेगी. अभी ये पता नहीं चल पाया है कि किसानों को बसों में भरकर कहां ले जाया जा रहा है. सोमवार को किसान सड़कों से हट गए थे. इसलिए आज ट्रैफिक सुचारू रूप से चल रह था. किसानों ने प्रशासन को 7 दिनों का समय दिया है, लेकिन इसके बावजूद सुरक्षा का मजबूत घेरा प्रेरणा स्‍थल के बाहर और भीतर सुर‍क्षाकर्मियों ने बनाया हुआ है. बीती रात लगभग 250 से 300 किसान प्रेरणास्‍थल पर रुके थे. अब आज सुबह से और किसानों का आना शुरू हो गया था. गाडि़यों में भर-भरकर किसान प्रेरणास्‍थल पहुंच रहे थे. कुछ किसान प्रेरणा स्‍थल के भीतर हवन कर रहे थे. हवन कर रहे एक किसान ने बताया कि वे ईश्‍वर से प्रार्थना कर रहे हैं कि सरकार को सद्बुद्धि आए और वे हमारी मांगें स्‍वीकार कर लें.

Latest and Breaking News on NDTV

क्‍या है किसानों की प्‍लानिंग 

किसान यूनियन के नेताओं को आश्‍वासन दिया गया है कि अगले 2-3 दिनों में उनकी बातचीत नोएडा प्राधिकरण के मुख्‍य सचिव से कराई जाएगी. इस दौरान किसान अपनी समस्‍याओं को प्रशासन के सामने रखा जाएगा. अधिकारियों ने आश्‍वासन दिया है कि किसानों की समस्‍याओं को गंभीरता से लिया जाएगा और समाधान निकालने की पूरी कोशिश की जाएगी. किसानों के पहले ही दिन प्रेरणा स्‍थल पर रुक जाने से लग रहा है कि वे 'प्‍लान बी' पहले से लेकर चले थे. अगर प्रशासन से बातचीत के बाद समस्‍या का हल नहीं निकलता है, तो किसान तुरंत सड़कों पर उतर सकते हैं. उधर, 6 दिसंबर से पंजाब के किसान भी अपनी मांगों को लेकर दिल्‍ली कूच करने की प्‍लानिंग बना चुके हैं. ऐसे में सरकार के सामने 2 मोर्चें होंगे, जहां उन्‍हें किसानों से डील करनी पड़ेगी. यानि 7 दिनों में किसानों के विरोध प्रदर्शन की ताकत डबल हो सकती है.   

Latest and Breaking News on NDTV

कौन बड़े नेता लीड कर रहे हैं 

किसानों के इस विरोध प्रदर्शन को लीड कौन कर रहा है...? दिल्‍ली कूच के पहले दिन किसानों के बीच कोई बड़ा नेता इस विरोध प्रदर्शन की अगुवाई करता हुआ नजर नहीं आया. हालांकि, राकेश टिकैत के इस आंदोलन के मार्गदर्शक मंडल में शामिल होने की बात सामने आ रही है. 25 नवंबर को जब महापंचायत में यह फैसला लिया गया था कि दिल्‍ली कूच किया जाएगा, तब राकेश टिकेट वहां मौजूद थे. लेकिन इस विरोध प्रदर्शन को लीड करता हुआ कोई एक नेता नजर नहीं आ रहा है. हालांकि, लगभग सभी बड़े किसान संगठनों के नेता इस विरोध प्रदर्शन में नजर आ रहे हैं. 

7 दिन के अल्‍टीमेटम के मायने क्‍या?

प्रशासन ने किसानों से 3-4 दिनों का समय मांगा है, इसके बाद किसानों ने सरकार को 7 दिनों का समय दिया है. ऐसा लग रहा है कि किसान पूरी योजना बनाकर सड़कों पर उतरे हैं. सरकार ने 4 दिनों का समय मांगा, तो किसानों ने 7 दिनों का अल्‍टीमेटम दे दिया, ताकि प्रशासन ये न कहे कि उन्‍हें समय कम मिला. किसानों ने एक बड़ा दांव ये भी खेला है कि वे वापस नहीं लौटे हैं, बल्कि उन्‍होंने नोएडा में दलित प्रेरणा स्‍थल पर डेरा डाल लिया है. किसान नेताओं का कहना है कि वह खाने-पीने की पूरी व्‍यवस्‍था करके आए हैं. अगर 7 दिनों के बाद प्रशासन कुछ नहीं करता है, तो वह तुरंत सड़कों पर उतर जाएंगे. किसानों के डेरे से दिल्‍ली भी दूर नहीं है. 

इसे भी पढ़ें :-  'शांतिपूर्ण विरोध करें, लेकिन लोगों को असुविधा ना पहुंचाएं': किसान आंदोलन को लेकर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com