
हनी ट्रैप एक बार फिर चर्चा में हैं. ऐसा इसलिए, क्योंकि कर्नाटक में एक बड़ा राजनीतिक तूफान खड़ा हो गया है, जब कर्नाटक विधानसभा में मंत्री के. एन. राजन्ना ने खुलासा किया कि राज्य में 48 लोग 'हनी ट्रैप' के जाल में फंस चुके हैं, जिनमें कई नेता भी शामिल हैं. इसके बाद कर्नाटक में कई दलों के विधायकों ने आरोप लगाया कि कर्नाटक की राजनीति में 'हनी ट्रैप' एक हथियार के रूप में इस्तेमाल हो रहा है.
क्या होता है हनी ट्रैप?
हनी ट्रैप एक प्रकार की जासूसी तकनीक है, जिसमें एक व्यक्ति को आकर्षित करने के लिए एक महिला या पुरुष का उपयोग किया जाता है. इसका उद्देश्य व्यक्ति से गोपनीय जानकारी प्राप्त करना या उसे किसी विशिष्ट कार्य के लिए प्रेरित करना होता है. हनी ट्रैप में अक्सर खूबसूरत लड़कियों का इस्तेमाल किया जाता है, जो अपने आकर्षण और हुस्न के जाल में टार्गेट शख्स को फंसाती हैं. इसके बाद, वे फोटो, वीडियो या मैसेज के जरिए ब्लैकमेल करती हैं और उनसे खुफिया जानकारी या पैसे की मांग करती हैं. यह एक खतरनाक और अनैतिक तकनीक है, जो व्यक्तिगत स्वतंत्रता और गोपनीयता का उल्लंघन करती है.
हनी ट्रैप का एक तरीका ये भी
फ्रॉड फेसबुक फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं या फिर सोशल मीडिया के माध्यम से आप से जुड़ जाते हैं. बातचीत करने के लिए पर्सनल नंबर मांगते हैं और फिर एक वीडियो काल के जरिए या तो अश्लील वीडियो बनाते हैं या फिर ऐसी बातचीत को रिकार्ड करते हैं जो बेहद गोपनीय होती है. फिर शुरू होता 'खेल'.
हनी ट्रैप... पुराना खेल
प्राइवेट डिटेक्टिव संजीव देसवाल ने बताया कि हनी ट्रैप एक पुराना खेल है, जिसका उपयोग 320 ईस्वी में राजाओं को जाल में फंसाने के लिए किया जाता था. हालांकि, समय के साथ इसका तरीका बदल गया है. पहले, राजाओं के विद्रोहियों को खत्म करने के लिए इसका प्रयोग किया जाता था. लेकिन आज इसका उपयोग पैसे, ब्लैकमेलिंग, खुफिया एजेंसी से जानकारी निकालने, नेताओं से जानकारी हासिल करने और अन्य अवैध गतिविधियों के लिए किया जाता है. सोशल मीडिया पर फेक प्रोफाइल के जरिए इसका खेल होता है, जहां लोगों को फंसाया जाता है और उनकी जानकारी हासिल की जाती है.
हनी ट्रैप से बचने के उपाय
अज्ञात लोगों से सावधान रहें: अज्ञात लोगों से मिलने या बात करने से पहले सावधानी बरतें
व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें: अपनी व्यक्तिगत जानकारी, जैसे कि पता, फोन नंबर, या वित्तीय जानकारी, किसी अज्ञात व्यक्ति के साथ साझा न करें
अनजान लोगों के साथ अकेले न रहें: अनजान लोगों के साथ अकेले न रहें, खासकर यदि आप उन्हें अच्छी तरह से नहीं जानते हैं
सोशल मीडिया पर सावधान रहें: सोशल मीडिया पर अज्ञात लोगों से दोस्ती करने या व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से पहले सावधानी बरतें
अनजान लिंक या ईमेल पर क्लिक न करें: अनजान लिंक या ईमेल पर क्लिक न करें, क्योंकि वे मैलवेयर या फ़िशिंग हमलों के लिए इस्तेमाल किए जा सकते हैं
पासवर्ड और व्यक्तिगत जानकारी सुरक्षित रखें: अपने पासवर्ड और व्यक्तिगत जानकारी सुरक्षित रखें, और उन्हें किसी अज्ञात व्यक्ति के साथ साझा न करें
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