संसद में स्मोक बम ले जाने वाले आरोपी को "बेवड़ा" कहकर क्यों बुलाते थे पड़ोसी?

प्राथमिक जांच में खुलासा हुआ है कि संसद की सुरक्षा में सेंधमारी (Loksabha Security Breach) करने वाले सभी आरोपी भगत सिंह से प्रभावित थे और बेरोज़गारी-व्यवस्था से नाराज़ थे. वह भगत सिंह की तरह कुछ करके सरकार का ध्यान अपनी तरफ खींचना इनका मक़सद था,

नई दिल्ली:

संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले 6 आरोपियों में से एक आरोपी विशाल शर्मा उर्फ विक्की (Loksabha Security Breach Accused Vishal) गुरुग्राम के सेक्टर-7 का रहने वाला है. यहां पर उसका एक पीले रंग के पेंट वाला पुराना एक मंजिल मकान है. इस मकान पर लोहे का एक पुराना गेट लगा है और दीवारें सीलन की वजह से मटमैली हो चुकी हैं. इस घर के बाहर इन दिनों मीडिया का जमावड़ा लगा हुआ है. बताया जा रहा है कि इसी घर में बैठकर पांचों आरोपियों ने संसद भवन में स्मोक गन ले जाने  की प्लानिंग की थी. सूत्रों के मुताबिक़ इस हमले के एक अन्य फरार आरोपी ललित झा की अंतिम मोबाइल लोकेशन नीमराणा के आसपास मिली थी, जिसके बाद से मोबाइल स्विच आफ है.वहीं विशाल के पड़ोसी ने उसे लेकर कई बड़े खुलासे किए हैं.

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विशाल के बारे में पड़ोसियों की राय?

गुरुग्राम के इसी घर में रहने वाली विशाल शर्मा की पत्नी रेखा को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. विशाल के घर के पास तीसरा मकान एएम स्वामी का है. साठ साल के ए एम स्वामी गली में खड़े होकर बहुत ही अचरज भरी निगाह से मीडिया को देख रहे थे. उन्होंने बताया कि विशाल इस घर में 18 साल से रह रहा है. लेकिन बामुश्किल ही किसी से यहां उसकी जान-पहचाने थी. मोहल्ले के लोग उसे बेवडा कहते थे, क्योंकि ज़्यादातर वक्त वह नशे में रहता था. उन्होंने बताया कि बुधवार दोपहर जब पुलिस आई तो पहले लगा कि शायद उसने कहीं मारपीट की होगी लेकिन बाद में पता चला कि संसद में हमले को लेकर पुलिस उसे पकड़कर ले गई है. 

विशाल के घर में रची गई सेंधमारी की साजिश

विशाल का एक चचेरा भाई विदेश रहता है. उसके घर पर तीन लोग ही रहते हैं.सूत्रों के मुताबिक़ दस तारीख़ को इसी घर में पांचों आरोपी इकट्ठा हुए और फिर उन्होंने संसद की सुरक्षा में सेंधमारी की योजना बनाई. प्राथमिक जांच में खुलासा हुआ है कि ये सभी आरोपी भगत सिंह से प्रभावित थे और बेरोज़गारी-व्यवस्था से नाराज़ थे. भगत सिंह की तरह कुछ करके सरकार का ध्यान अपनी तरफ खींचना इनका मक़सद था, ये बात  लेकिन अभी प्राथमिक जांच में पता चली है . पुलिस और ख़ुफ़िया एजेंसियों की जांच लगातार चल रही है, इसीलिए कुछ ही कहना अभी जल्दबाज़ी होगी.

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