वकीलों के हमले में 28 वर्षीय कन्हैया कुमार को चोटें आई हैं।
नई दिल्ली:
जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) विवाद में गिरफ्तार छात्र नेता कन्हैया कुमार को जब कोर्ट में सुनवाई के लिए ले जाया जा रहा था तो वकीलों ने लात-घूंसों से हमला बोल दिया। कन्हैया को जब सुनवाई के लिए लाया जा रहा था तो करीब 200 वकीलों का समूह कोर्ट परिसर के अंदर नारेबाजी कर रहा था। रिपोर्ट के मुताबिक हमले में 28 वर्षीय कन्हैया को चोटें आई हैं।
'दुर्भाग्यपूर्ण है कि वकील इस स्तर तक गिर गए'
एक रिपोर्ट के अनुसार, हमलावरों ने कन्हैया को पीटने के बाद अपने इस कार्य को सही ठहराते हुए कहा, 'हमारा काम हो गया है।' दूसरी ओर, पुलिस इस हमले को रोकने के लिए कुछ नहीं कर सकी। इस बीच, मौके के आकलन के लिए छह मशहूर वकीलों को पुलिस की सुरक्षा के बीच सुप्रीम कोर्ट रवाना किया गया है। कानून व्यवस्था की स्थिति पर चिंता जताते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वकील इस निचले स्तर तक गिर गए। हम क्या कर सकते हैं।'
सुनवाई से पहले ही वकीलों ने नारेबाजी शुरू कर दी
गौरतलब है कि जेएनयू स्टूडेंट यूनियन के प्रमुख कन्हैया कुमार को पिछले सप्ताह यूनिवर्सिटी परिसर में कथित तौर पर भारत विरोधी नारेबाजी के आरोप में देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। कोर्ट को कन्हैया की जमानत पर सुनवाई करनी थी, लेकिन सुनवाई के पहले बड़ी संख्या में वकीलों ने नारेबाजी शुरू कर दी। इन्होंने कोर्ट परिसर में मौजूद पत्रकारों पर भी पथराव किया।
गौरतलब है कि सोमवार को जेएनयू अध्यापकों, छात्रों और पत्रकारों पर वकीलों के हमले के बाद सुप्रीम कोर्ट ने ऐसी किसी भी घटना को रोकने के लिए सुनवाई के दौरान मौजूद रहने वाले लोगों की संख्या को सीमित कर दिया था। सोमवार के हमले की घटना में कथित तौर पर शामिल रहे कई वकील बुधवार को भी मौजूद थे।
'दुर्भाग्यपूर्ण है कि वकील इस स्तर तक गिर गए'
एक रिपोर्ट के अनुसार, हमलावरों ने कन्हैया को पीटने के बाद अपने इस कार्य को सही ठहराते हुए कहा, 'हमारा काम हो गया है।' दूसरी ओर, पुलिस इस हमले को रोकने के लिए कुछ नहीं कर सकी। इस बीच, मौके के आकलन के लिए छह मशहूर वकीलों को पुलिस की सुरक्षा के बीच सुप्रीम कोर्ट रवाना किया गया है। कानून व्यवस्था की स्थिति पर चिंता जताते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वकील इस निचले स्तर तक गिर गए। हम क्या कर सकते हैं।'
सुनवाई से पहले ही वकीलों ने नारेबाजी शुरू कर दी
गौरतलब है कि जेएनयू स्टूडेंट यूनियन के प्रमुख कन्हैया कुमार को पिछले सप्ताह यूनिवर्सिटी परिसर में कथित तौर पर भारत विरोधी नारेबाजी के आरोप में देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। कोर्ट को कन्हैया की जमानत पर सुनवाई करनी थी, लेकिन सुनवाई के पहले बड़ी संख्या में वकीलों ने नारेबाजी शुरू कर दी। इन्होंने कोर्ट परिसर में मौजूद पत्रकारों पर भी पथराव किया।
गौरतलब है कि सोमवार को जेएनयू अध्यापकों, छात्रों और पत्रकारों पर वकीलों के हमले के बाद सुप्रीम कोर्ट ने ऐसी किसी भी घटना को रोकने के लिए सुनवाई के दौरान मौजूद रहने वाले लोगों की संख्या को सीमित कर दिया था। सोमवार के हमले की घटना में कथित तौर पर शामिल रहे कई वकील बुधवार को भी मौजूद थे।
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