विज्ञापन
This Article is From Jan 31, 2024

VIDEO: बहादुर हिन्दुस्तानी - लद्दाख में LAC के पास चीनी सैनिकों से भिड़े चरवाहे

चीनी सैनिक भारतीय चरवाहों को LAC के पास भेड़ चराने से रोकने की कोशिश कर रहे थे, जिसके बाद चरवाहों ने बहुत बहादुरी से इन सैनिकों से बहस की.

VIDEO: बहादुर हिन्दुस्तानी - लद्दाख में LAC के पास चीनी सैनिकों से भिड़े चरवाहे
लद्दाख में चीनी सैनिकों से भिड़े चरवाहे.
नई दिल्ली:

लद्दाख में भेड़ चरा रहे चरवाहों के एक गुट की LAC के पास चीनी सैनिकों (Grazing Sheep Argue With Chinese Soldiers) संग बहस हो गई. दरअसल चीनी सैनिक उन्हें भेड़ चराने से रोकने की कोशिश कर रहे थे, जिसके बाद चरवाहों ने बहुत ही बहादुरी से इन सैनिकों का सामना किया. चरवाहों का समूह बहुत ही बहादुरी से चीनी सैनिकों के सामने खड़ा हो गया और दावा किया कि वह अपने क्षेत्र में हैं.

ये भी पढ़ें-नई संसद में सार्थक बहस की उम्मीद है : बजट सत्र से पहले बोलीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू | "पश्चाताप का मौका..." : PM

बता दें कि गलवान में साल 2020 में सैनिकों के बीच हुए संघर्ष के बाद से स्थानीय चरवाहों ने इस क्षेत्र में जानवरों को चराना बंद कर दिया था.सामने आए वीडियो में चीनी सैनिकों संग बहस कर रहे चरवाहों का दावा है कि वह वे भारतीय क्षेत्र में हैं, उनका यह वीडियो  सोशल मीडिया पर खूब पसंद किया जा रहा है. 

लद्दाख के बहादुर चरवाहे

भारत और चीनी क्षेत्र को अलग करने वाले LAC पर लंबे समय से दोनों सेनाओं के बीच विवाद चल रहा है, कुछ मामलों में हिंसक झड़प भी देखने को मिली हैं. हालांकि इस घटना में हिंसा टल गई. चुशूल के पार्षद कोंचोक स्टैनज़िन ने स्थानीय चरवाहों की सराहना की और उनका समर्थन करने के लिए भारतीय सेना की भी तारीफ की. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ''पूर्वी लद्दाख के सीमावर्ती क्षेत्रों में पैंगोंग के उत्तरी तट पर चरवाहों, खानाबदोशों में अपने अधिकारों का दावा करने की सुविधा देने में @फायरफ्यूरीकॉर्प्स_आईए द्वारा किए गए पॉजिटिव  इंप्रैक्ट देखना खुशी की बात है.'' मैं ऐसे मजबूत नागरिक-सैन्य संबंधों और सीमावर्ती क्षेत्र की आबादी के हितों की देखभाल के लिए भारतीयसेना को धन्यवाद देना चाहता हूं."

एक अन्य पोस्ट में, पार्षद कोंचोक स्टैनज़िन ने घटना का इंस्टाग्राम वीडियो का एक लिंक शेयर किया, रिपोर्ट्स के मुताबिक इस वीडियो को जनवरी की शुरुआत का बताया जा रहा है. 

"खानाबदोशों की बहादुरी को सलाम"

उन्होंने लिखा कि देखिए कैसे हमारे स्थानीय लोग चीनी सैनिकों के सामने अपनी बहादुरी दिखा रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि जिस क्षेत्र में उनको रोका जा रहा है, वह खानाबदोशों की ही चरागाह भूमि है. चीनी सेना हमारे खानाबदोशों को हमारे ही क्षेत्र में जानवरों को चराने से रोक रही है.  ऐसा लगता है कि कई वजहों से यह कभी न खत्म होने वाली प्रक्रिया है. लेकिन मैं अपने खनाबदोशों को सलाम करता हूं, जो हमेशा अपनी भूमि की रक्षा के लिए राष्ट्र की दूसरी संरक्षक शक्ति के रूप में खड़े रहते हैं.."'

चीनी सैनिकों के सामने चरवाहों की बहादुरी का VIDEO

बता दें कि सामने आए वीडियो में तीन चीनी बख्तरबंद वाहन और कई सैनिक दिखाई दे रहे हैं. अलार्म बजा रहे वाहन जाहिर तौर पर चरवाहों को वहां से चले जाने का संकेत दे रहे हैं, लेकिन चरवाहे अपनी जिद पर अड़े हैं और चीनी सैनिकों के साथ बहस करते नजर आ रहे हैं. चरवाहों का कहना है कि वे भारतीय क्षेत्र में जानवर चरा रहे हैं. झगड़ा बढ़ते देखकर कुछ चरवाहे पत्थर उठाते दिख रहे हैं, हालांकि वीडियो में हिंसा  नहीं दिख रही है. वीडियो में दिख रहे चीनी सैनिक भी हथियारबंद नहीं हैं.

ये भी पढ़ें-ठंड-कोहरे से दिल्ली-NCR बेहाल, जनवरी में सर्दी ने तोड़ा 13 साल का रिकॉर्ड

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com