उत्तर प्रदेश (UP) के सहारनपुर (Saharanpur) के डॉ भीमराव अंबेडकर स्टेडियम में कबड्डी खिलाड़ियों को टॉयलेट में लंच (Lunch in toilet) कराया गया. इसका एक वीडियो सामने आया है. यह वीडियो तीन दिन पहले का है. तीन दिन चले अंडर-17 स्टेट लेवल कबड्डी टूर्नामेंट में 300 से ज्यादा खिलाड़ियों ने भाग लिया था. खिलाड़ियों को जो खाना दिया गया, वह अच्छी क्वालिटी का नहीं था. दाल, सब्जी, चावल कच्चे थे और भोजन स्वीमिंग पूल के पास बनाया गया था. मामला लखनऊ तक पहुंच गया है. जांच के लिए टीम गठित की गई है.
डॉ भीमराव अंबेडकर स्टेडियम में 16 सितंबर को कई जिलों से बालिका खिलाड़ी आई थीं. उनको दोपहर के लंच में अधपका चावल परोसा गया. कई खिलाड़ियों को रोटी भी नसीब नहीं हुई. खिलाड़ी सब्जी और सलाद से ही पेट भरती नजर आईं. चावल और पूरियां तैयार करके उन्हें शौचालय में रखवाया गया. वहां दुर्गंध के कारण खड़ा होना भी मुश्किल हो रहा था.
अंडर-17 स्टेट लेवल कबड्डी टूर्नामेंट के दौरान सहारनपुर के डॉ भीमराव अम्बेडकर स्टेडियम में खिलाड़ियों को टॉयलेट में लंच कराया गया...
— NDTV India (@ndtvindia) September 20, 2022
टूर्नामेंट के लिए प्रदेशभर से 300 से अधिक खिलाड़ी और करीब दो दर्जन अधिकारी यहां पहुंचे थे...#UP pic.twitter.com/86uZl0sWAE
सहारनपुर के जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने कहा है कि, "16 और 17 सितंबर को राज्य स्तरीय कबड्डी टूर्नामेंट का आयोजन किया गया था. इसमें खराब व्यवस्था की शिकायतें थीं. जिला खेल अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है. मैंने मामले की जांच के आदेश दिए हैं और संबंधित व्यक्ति तीन दिनों में रिपोर्ट जमा करेगा. हम इसकी विस्तार से जांच करेंगे और उचित कार्रवाई करेंगे."
प्रतियोगिता की मेजबानी सहारनपुर ने की
उत्तर प्रदेश खेल निदेशालय के तत्वावधान में यूपी कबड्डी संघ द्वारा राज्य स्तरीय सब जूनियर बालिकाओं की प्रतियोगिता की मेजबानी का अवसर सहारनपुर को मिला था. प्रतियोगिता डॉ भीमराव आंबेडकर स्पोर्ट्स स्टेडियम में कराई गई. प्रतियोगिता में 17 मंडलों और एक खेल छात्रावास की टीम ने भाग लिया. खिलाड़ियों के ठहरने और भोजन की व्यवस्था स्टेडियम में ही थी.
ईंटों का चूल्हा तैयार कर बनाया लंच
स्टेडियम में भोजन स्वीमिंग पूल परिसर में तैयार किया गया. वहां कच्चा राशन चेंजिंग रूम और शौचालयों में रखा गया था. वहीं पर बाहर ईंटों का चूल्हा बनाकर भोजन तैयार किया गया. भोजन तैयार करने के बाद शौचालय में रखा गया. चावल की बड़ी परात और पूरियां कागज पर शौचालय के फर्श पर रखी थीं. खिलाड़ियों को कच्चे चावल परोसे गए, जिनको कई खिलाड़ियों ने खाने से मना कर दिया. इसके बाद चावलों को टेबल से हटा लिया गया. ऐसे में टेबल पर केवल आलू की सब्जी, दाल और रायता रह गया था.
300 से अधिक खिलाड़ी, भोजन पकाने वाले मात्र दो
प्रतियोगिता में प्रदेश भर से 300 से अधिक खिलाड़ी और करीब दो दर्जन अधिकारी-कर्मचारी पहुंचे. उनके लिए भोजन तैयार करने को मात्र दो कारीगर लगाए गए. यही वजह रही कि ज्यादातर खिलाड़ियों के हिस्से में रोटी नहीं आ सकी. चावल खराब गुणवत्ता के आ गए थे, जो पकाने पर ठीक से गले नहीं. ऐसे में चावलों को तुरंत दुकान पर वापस भेजकर नए चावल मंगवाए गए.
खेल अधिकारी अनिमेष सक्सेना का कहना है कि, स्टेडियम में निर्माण कार्य चल रहा है. इस कारण यहां पर जगह नहीं थी. खुले में खाना बन रहा था. बारिश आने के कारण खाना टॉयलेट में रखा गया था. चावल भी खराब गुणवत्ता के आ गए थे. जिसको वापस कराया गया था.
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