बेंगलुरु दक्षिण से भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या (Tejasvi Surya) ने अपनी पार्टी-नियंत्रित नगर निकाय पर 'रिश्वत लेकर' अस्पतालों में बेड देने का आरोप लगाया है, जिसे लेकर खूब हंगामा मचा हुआ है. अब इस विवाद में साम्प्रदायिक मोड़ भी सामने आया है. दरअसल, एक वीडियो सामने आया है जिसमें उनकी मौजूदगी के दौरान कोविड वार रूम के 10 मुस्लिम कर्मचारियों के खिलाफ सांप्रदायिक टिप्पणियां की गई. वीडियो में नगरपालिका कोविड वॉर रूम में तेजस्वी सूर्या, भाजपा के तीन विधायकों के साथ अधिकारियों पर बरसते हुए दिखाई दे रहे हैं. विधायकों में से एक उनके चाचा भी हैं.
'रिश्वत लेकर दे रहे बेड'- BJP सांसद तेजस्वी सूर्या के आरोपों से घिरी उनकी ही पार्टी
तेजस्वी सूर्या वीडियो में कोविड फैसलिटी में तैनात लोगों के नामों की सूची पढ़ते हुए दिखाई देते हैं, जो सभी मुस्लिम हैं. इन नामों को पढ़ने के बाद सूर्या सवाल करते हैं कि ये सब कौन है? पहली, दूसरी, रात की शिफ्ट. लिस्ट में शामिल 17 लोग तीन शिफ्ट में. मैं लिस्ट पढ़ूंगा. भर्ती की प्रक्रिया क्या थी? 17 लोग. ये लोग कौन हैं?
बीबीएमपी (बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका) कोविड वॉर रूम में 205 कर्मचारियों में से इन 17 नामों को चुना गया. हालांकि सूर्या वहीं रुक जाते हैं, लेकिन उनके चाचा और विधायक रवि सुब्रमण्यम चिल्लाते हुए कहते हैं कि क्या आपने उन्हें मदरसे के लिए नियुक्त किया है या निगम के लिए?
बाद में, विधायक ने आक्रामक तरीके से एक महिला अधिकारी से कहा कि यह व्यक्ति कौन है, मैडम? वो हज समिति की तरह 17 सदस्यों को कैसे नियुक्त कर सकता है?" तेजस्वी सूर्या ने कहा कि "आपने उन्हें कैसे चुना?" आगे उन्होंने जोड़ते हुए कहा कि वह केवल उस आदमी की योग्यता पर सवाल उठा रहे हैं जिसने चयन किया था. "मेरा एकमात्र सवाल यह है कि एमबीबीएस के बजाय - बीडीएस प्रभारी क्यों है?
इससे पहले बेंगलुरु दक्षिण से भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने महानगरपालिका अधिकारियों पर रिश्वत लेकर अस्पतालों में बेड देने का आरोप लगाया है, इसके बाद दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य से पूछताछ की जा रही है. जिन्हें गिरफ्तार किया गया है, उनकी पहचान रोहित और नेत्रा के रूप में हुई है. वे एक बेड के लिए कथित तौर पर 25 हजार से 50 हजार रुपए वसूलते थे. पुलिस ने उनके बैंक अकाउंट से 1.05 लाख रुपए बरामद किए हैं.
सांसद सूर्या ने आरोप लगाया है कि 'बीबीएमपी अधिकारी और फ्रंटलाइन हेल्थ वर्कर का एक गिरोह' बिना आईसीयू केयर मिले मर रहे लोगों के हिस्से के बेडों को 'खरीदने' की साजिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा, 'बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका की वेबसाइट पर सारे बेड फुल दिख रहे हैं. कई लोग अस्पतालों से डिस्चार्ज हो रहे हैं, लेकिन बीबीएमपी का कहना है कि सारे बेड बुक हैं. बीबीएमपी अधिकारियों, अस्पतालों में अरोग्य मित्र (एक फ्रंटलाइन हेल्थ सर्विस) के लोग और बाहर कुछ लोगों का एक गिरोह चल रहा है.'
सोशल मीडिया को रेग्युलेट करने की जरूरत है: तेजस्वी सूर्या
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