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वैष्णो देवी मेडिकल कॉलेज : 85 फीसदी मुस्लिम छात्रों के एडमिशन पर क्यों भड़के हिन्दू संगठन, जानें क्या है विवाद

Vaishno Devi Medical College: जम्मू-कश्मीर के वैष्णो देवी मेडिकल कॉलेज में मुस्लिम छात्रों के एडमिशन को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है. हिन्दू संगठन और बीजेपी इसको लेकर उग्र हो गए हैं.

वैष्णो देवी मेडिकल कॉलेज : 85 फीसदी मुस्लिम छात्रों के एडमिशन पर क्यों भड़के हिन्दू संगठन, जानें क्या है विवाद
Vaihno Devi Institute of Medical Excellence
श्रीनगर:

जम्मू के कटरा में बने वैष्णो देवी मेडिकल कॉलेज के पहले बैच में 85 फीसदी मुस्लिम छात्रों के प्रवेश के मामले ने तूल पकड़ लिया है. इससे हिन्दू संगठन भड़क गए हैं और मुस्लिम छात्रों के एडमिशन रद्द करने की मांग कर रहे हैं. हिंदू संगठनों और बीजेपी का कहना है कि कटरा के पवित्र धर्मस्थल में वैष्णो देवी मेडिकल कॉलेज में मुस्लिम छात्रों का प्रवेश कतई उचित नहीं ठहराया जा सकता. बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा को एक ज्ञापन सौंपा है और मेडिकल कॉलेज में बड़ी संख्या में मुस्लिम छात्रों के एडमिशन वापस लेने की मांग की है.

50 में से सिर्फ 42 मुस्लिम छात्र

इससे पहले हिन्दू संगठनों ने वैष्णो देवी मेडिकल कॉलेज ( Vaihno Devi Institute of Medical Excellence)  50 छात्रों के पहले बैच में 42 मुस्लिम छात्रों को प्रवेश देने का विरोध किया है. हालांकि कॉलेज में नेशनल मेडिकल काउंसिल की गाइडलाइन के मुताबिक, NEET की मेरिट के आधार पर एडिमशन लिए हैं. लेकिन हिन्दू संगठनों की मांग है कि इस कॉलेज में सिर्फ हिन्दुओं को ही प्रवेश दिया जाए. 

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एलजी से मिले बीजेपी नेता

जम्मू-कश्मीर विधानसभा में नेता विपक्ष सुनील शर्मा ने कहा, इस कॉलेज में एक समुदाय विशेष के बच्चों का प्रवेश हमें कतई मंजूर नहीं है. हमने अपनी इस नाराजगी से लेफ्टिनेंट गवर्नर को अवगत करा दिया है. बीजेपी की भी यही राय है कि वैष्णो देवी मेडिकल कॉलेज में सिर्फ उन्हीं बच्चों को प्रवेश दिया जाए, जिनकी आस्था वैष्णो देवी में हो.शर्मा के मुताबिक, लेफ्टिनेंट गवर्नर ने उन्हें भरोसा दिया है कि वो विशेष समुदाय के एडमिशन से जुड़े इस मामले मे उचित कार्यवाही करेंगे.सिन्हा माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के चेयरमैन भी हैं. 

अल्पसंख्यक संस्थान का दर्जा नहीं

आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि वैष्णो देवी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एक्सीलेंस को अल्पसंख्यक संस्थान का दर्जा नहीं दिया गया है. लिहाजा गाइडलाइन के हिसाब से एडमिशन लिए गए हैं. जम्मू-कश्मीर में 13 मेडिकल कॉलेज हैं और वैष्णो देवी मेडिकल कॉलेज के पहले बैच में प्रवेश इसी साल शुरू हुआ है.

नीट मेरिट लिस्ट से एडमिशन

नीट मेरिट लिस्ट (NEET merit list) के हिसाब से 85 फीसदी सीटें स्थानीय लोगों के लिए आरक्षित हैं. सिर्फ आठ हिन्दू छात्रों ने ही 50 के बैच वाले इस मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लिया है. जम्मू कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के सज्जाद लोन ने बीजेपी पर इस मामले को सांप्रदायिक रंग देने का आरोप लगाया है. जबकि यहां एडमिशन अखिल भारतीय प्रवेश परीक्षा के अनुसार ही लिया गया है.

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कटरा में वैष्णो देवी मेडिकल कॉलेज

वैष्णो देवी मेडिकल कॉलेज 2025-26 सत्र के लिए मेडिकल एडमिशन की पहली लिस्ट में 42 सीटें मुस्लिम छात्रों को मिली हैं. विहिप और बजरंग दल ने सड़कों पर इसको लेकर विरोध प्रदर्शन किया है. उनका कहना है कि वैष्णो देवी मंदिर को जो दान मिलता है, उससे निर्मित वैष्णो देवी मेडिकल कॉलेज में हिंदू छात्रों को प्राथमिकता देनी चाहिए. इसे अल्पसंख्यक संस्थान का दर्जा देने की मांग हिंदू संगठनों ने की है. ऊधमपुर के बीजेपी विधायक आर एस पठानिया ने भी इसका समर्थन किया है. इस मेडिकल कॉलेज में सिर्फ आठ हिन्दुओं को प्रवेश मिला है.

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