जम्मू-कश्मीर की माता वैष्णो देवी इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल एक्सिलेंस में इन दिनों एडमिशन को लेकर विवाद चल रहा है. जम्मू के कटरा में स्थित इस कॉलेज का संचालन माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड करता है. दरअसल, विश्व हिंदू परिषद का दावा है कि नए एडमिशन में जो भी स्टूडेंट्स MBBS कोर्स में एडमिशन लिए हैं उसमें से केवल 6 ही हिंदू छात्र है, जबकि बाकी सारे मुस्लिम हैं. इसे लेकर कल्कि सनातन समिति ने जोरदार प्रदर्शन किया है. इसके बाद ये मामला तूल पकड़ लिया है.
बीएचपी ने इस विवाद को लेकर जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल को लेटर लिखा है और कहा है कि इसपर कार्रवाइ हो. लेटर में उन्होंने कहा है कि वीएचपी की मांग पर एक्शन नहीं हुआ तो पर आंदोलन करेंगे. वीएचपी महासचिव बजरंग बागड़ा ने दावा किया कि 50 छात्रों के पहले बैच में केवल छह हिंदू हैं, जबकि 44 मुस्लिम हैं. आरोप लगाया कि नर्सिंग कॉलेज के फैकैल्टी सदस्यों का एक बड़ा हिस्सा या तो मुस्लिम है या ईसाई.
फैकल्टी और कर्मचारी भी मुस्लिम होने का दावा
वीएचपी ने बताया कि प्रवेश प्रक्रिया की आंतरिक पूरी जानकारी नहीं है.माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने कहा कि स्थिति की गंभीरता को समझते हुए एडमिशन प्रवेश और नियुक्ति की तुरंत समीक्षा करेगा, ताकि संस्थान की धार्मिक संतुलन बना रहे.
बजरंग बागड़ा ने की ये मांग
बजरंग बागड़ा ने मांग की है कि सभी संस्थानों में केवल हिंदू शिक्षकों और कर्मचारियों की नियुक्ति होनी चाहिए. साथ ही ये भी कहा है कि बोर्ड केवल ऐसे जनकल्याणकारी कार्यों को ही हाथ में ले जो माता रानी के भक्तों और धर्मनिष्ठ हिंदू समुदाय की भावनाओं को ठेस न पहुंचाएं. बजरंग दल ने जम्मू में एक विरोध प्रदर्शन किया. जिसमें उन्होंने मांगी की थी कि हिंदू छात्रों के लिए सीटों के आरक्षण देने के लिए मेडिकल कॉलेजों में अल्पसंख्यक संस्थान का दर्जा दिया जाए.
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