वैष्णो देवी तीर्थस्थल पर प्रस्तावित रोपवे परियोजना को लेकर विवाद एक बार फिर तेज हो गया है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि प्रशासनिक रोक के बावजूद रोपवे का निर्माण कार्य जारी है. इसके विरोध में वे सड़कों पर उतर आए हैं. गुस्साए प्रदर्शनकारियों और कंपनी कर्मियों के बीच हुई झड़प के बाद मामला पुलिस तक पहुंच गया है. यह करीब 250 करोड़ रुपये की परियोजना ताराकोट मार्ग को सांझी छत से जोड़ने वाले रोपवे के निर्माण से जुड़ी है. यह रोपवे त्रिकुटा पहाड़ियों में स्थित पवित्र गुफा तक जाने वाले लगभग 12 किलोमीटर लंबे खड़ी चढ़ाई वाले मार्ग को कवर करेगा.
स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस परियोजना से 60 हजार से अधिक परिवारों की आजीविका प्रभावित होगी. इनमें होटल व्यवसायी, दुकानदार, टट्टू चलाने वाले और मजदूर शामिल हैं. परियोजना के विरोध में उन्होंने भूख हड़ताल शुरू की है और रोपवे को स्थायी तौर पर रद्द करने की मांग की है. प्रदर्शनकारियों ने माता वैष्णो देवी की तस्वीरें और रोपवे नहीं चाहिए लिखे बैनर लेकर श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के खिलाफ प्रदर्शन किया. उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक रोपवे का निर्माण पूरी तरह बंद नहीं किया जाता, उनका ये आंदोलन जारी रहेगा.
आंदोलनकारियों को कटरा संघर्ष समिति, चैंबर ऑफ कॉमर्स और युवा राजपूत सभा जैसे संगठनों का समर्थन भी मिल रहा है. उनका कहना है कि इन संगठनों ने आंदोलन को पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया है.लोगों का कहना है कि 10 महीने पहले जम्मू के डिवीजनल कमिश्नर ने भरोसा दिया था कि स्थानीय लोगों से राय लेने के बाद ही रोपवे परियोजना पर फैसला होगा, लेकिन प्रशासन अपने वादे से पीछे हट गया है। अब हमारे पास सड़कों पर उतरने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा.इनका कहना है कि आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक प्रशासन परियोजना को रद्द नहीं करता और प्रभावित लोगों की चिंताओं को दूर करने के ठोस कदम नहीं उठाता.
गौरतलब है कि पिछले साल दिसंबर में भी श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति ने इसी मुद्दे पर कटरा में एक सप्ताह तक पूर्ण बंद और विरोध प्रदर्शन किए थे. उस वक्त भी कटरा के लोगों ने रोपवे परियोजना को कटरा की अर्थव्यवस्था और परंपरागत रोजगार के लिए खतरा बताया था.
वैष्णो देवी में दो रोपवे प्रोजेक्ट चल रहे हैं. एक माता रानी के भवन से भैरो मंदिर तक चालू है. दूसरा ताराकोट से सांझी छत तक निर्माणाधीन है. यही कटरा से वैष्णो देवी मंदिर तक की यात्रा को आसान बनाएगी. भवन-भैरो रोपवे 1 घंटे की पैदल यात्रा को केवल 5 मिनट में बदल देता है. ताराकोट से सांझी छत वाला रोपवे 7 घंटे की यात्रा को लगभग 6 मिनट में कर देगा.
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