उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय को एक प्रदर्शनी में शामिल हुए बिना ही लौटना पड़ा. दरअसल, आगरा कॉलेज का प्रवेश द्वार शनिवार को उनके लिए खोला ही नहीं गया. कॉलेज प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और प्रदर्शनी का आयोजन करने वाली फैकल्टी से इसे लेकर स्पष्टीकरण मांगा है. उधर, मंत्री की ओर से इस मामले में तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है. सूत्रों ने बताया कि मंत्री ने कॉलेज के गेट पर 15 मिनट तक इंतजार किया. उन्हें कॉलेज में ड्राइंग और पेंटिंग प्रदर्शनी के लिए आमंत्रित किया गया था. सूत्रों का दावा है कि कॉलेज का गेट नहीं खुला था और वह नाराज होकर वापस लौट गए.
इस संबंध में कॉलेज के प्राचार्य अनुराग शुक्ला से संपर्क करने पर ने उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी का आयोजन ड्राइंग और पेंटिंग विभाग के संकाय द्वारा एक एनजीओ की मदद से ‘अपने दम पर‘ किया गया था.
उन्होंने कहा कि इंटरनल एग्जाम के चलते कॉलेज परिसर में वाहनों की भारी भीड़ थी, जिसके कारण यह घटना हुई. उन्होंने कहा, 'हमने उस शिक्षक से स्पष्टीकरण मांगा है, जिसने कॉलेज परिसर में प्रदर्शनी का आयोजन किया था और चूक की जांच के लिए समिति का गठन किया है.' साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी 'कॉलेज द्वारा आयोजित नहीं की गई थी.'
उन्होंने कहा, 'यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी और मंत्री को हुई असुविधा के लिए हमें खेद है.'
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