अमेरिका और म्यांमार की सेनाएं क्रमश: इस महीने के अंत में और दिसंबर में मेघालय के उमरोई में भारत के साथ संयुक्त अभ्यास करेंगी. शनिवार को एक रक्षा अधिकारी ने यह जानकारी दी. मलेशियाई सेना ‘उमरोई ज्वाइंट ट्रेनिंग नोड' में पिछले महीने से द्विपक्षीय अभ्यास कर रही है. यह भारतीय थलसेना की पूर्वी कमान का एकमात्र नामित केंद्र है. इस तरह लगातार तीन महीनों में तीन देशों के साथ अभ्यास के लिए इस स्थान का चयन किया गया है.
रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने कहा कि अक्टूबर 2017 में अपनी शुरूआत के बाद से, इस केंद्र ने विभिन्न देशों के साथ आठ संयुक्त अभ्यास की मेजबानी की है, जिसमें भारतीय और मलेशियाई सेनाओं के बीच जारी ‘हरिमाउ शक्ति अभ्यास, 2023 भी शामिल है.
उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय थलसेना विभिन्न स्थानों पर 22 मित्र देशों के साथ 36 संयुक्त अभ्यास कर रक्षा सहयोग के क्षेत्र में सकारात्मक रूप से आगे बढ़ रही है. उमरोई स्थित प्रशिक्षण केंद्र ने अब तक छह देशों के कर्मियों की मेजबानी की है.''
यहां प्रथम द्विपक्षीय अभ्यास 2017 में बांग्लादेशी सेना के साथ आयोजित किया गया था. इस तरह के अभ्यास के लिए उमरोई छावनी का दौरा करने वाले अन्य देशों के सैन्य कर्मी म्यांमा, थाईलैंड, चीन, कजाखस्तान और मलेशिया से हैं.
इस महीने अमेरिका के साथ संयुक्त अभ्यास प्रस्तावित है, जबकि म्यांमार के सैन्य कर्मी दूसरी बार दिसंबर में यहां प्रशिक्षण में भाग लेंगे.
लेफ्टिनेंट कर्नल रावत ने अभी जारी हरिमाउ शक्ति अभ्यास 2023 का विवरण साझा करते हुए कहा कि मलेशियाई टुकड़ी में पांचवीं रॉयल बटालियन के सैनिक हैं, जबकि भारतीय टुकड़ी का प्रतिनिधित्व राजपूत रेजिमेंट कर रहा है. अभ्यास रविवार को संपन्न होगा.
पिछला अभ्यास नवंबर 2022 में मलेशिया में किया गया था.
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