भारतीय किसान परिषद के बैनर तले समान मुआवजा, गांव का विकास, प्रभावित किसान परिवार के सदस्य को स्थाई नौकरी की मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों और पुलिस के बीच झड़प हो गई. जिसके बाद पुलिस ने वाटर कैनन चलाया और लाठीचार्ज कर दी. इस घटना में 8 लोग घायल हो गए. पुलिस का कहना है कि किसानों ने पथराव किया हैं. जिसमें चार पुलिसकर्मी घायल हुए है. वहीं नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन (एनटीपीसी) के जीएम द्वारा दी गई तहरीर के आधार पुलिस ने केस दर्ज किया है. 500 अज्ञात किसानों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है.
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे सतपाल पहलवान समेत 12 लोगों को हिरासत में भी लिया है. वहीं किसानों ने रिहाई की मांग को लेकर विधायक तेजपाल के आवास के पास देर रात तक धरना दिया और प्रदर्शन किया. किसानों का कहना है कि करीब डेढ़ माह पहले चेतावनी दी थी कि यदि एनटीपीसी प्रबंधन 31 अक्टूबर तक मांगों को पूरी नहीं करता है तो एनटीपीसी पर तालाबंदी की जाएगी.
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चेतावनी के अनुसार मंगलवार को बड़ी संख्या में महिला और पुरुष किसान प्रदर्शन करने के लिए पहुंच गए. किसान एनटीपीसी के अंदर जाने की कोशिश करने लगे. पुलिस ने समझाया, लेकिन वे नहीं माने. इस दौरान किसानों और वहां मौजूद पुलिस के जवानों के बीच झड़प हो गई.
डीसीपी ग्रेटर नोएडा का कहना है कि एनटीपीसी के पास किसान संगठनों द्वारा किया जा रहा धरना प्रदर्शन उग्र हो गया. इन्होंने एनटीपीसी प्लांट के अंदर जबरन घुसकर विद्युत उत्पादन को बाधित करने का प्रयास किया. प्रदर्शनकारियों पर हल्का बल प्रयोग करते हुए वाटर कैनन का प्रयोग किया गया. प्रदर्शनकारियों द्वारा मौजूद पुलिस बल पर पथराव किया गया व प्लांट को क्षति पहुंचाने का भी पूरा प्रयास किया गया. जिसके संबंध में एनटीपीसी के जीएम द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर जारचा पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है.
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