गोशाला में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
नई दिल्ली:
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दिनचर्या और रहन-सहन में वही चीजें शामिल रहेंगी, जो पहले थीं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक- योगी आदित्यनाथ बिना एसी वाले कमरे में तख्त पर सोएंगे. दरअसल, तख्त को सोने के लिए कठोर माना जाता है. इसके लिए पांच कालीदास मार्ग पर तैयारियां भी चल रही हैं. यही नहीं उनकी प्यारी गाय भी सीएम आवास तक पहुंचाई जाएंगी जिनकी सेवा योगी आदित्यनाथ के जीवन का अहम हिस्सा है. नैमिषारण्य आश्रम के स्वामी विद्या चैतन्य महाराज ने बताया कि गोरखनाथ मंदिर की गोशाला में करीब 460 गाय और बछड़े हैं. जब भी योगी गोरखपुर में होते हैं तो वह गाय और उनके बछड़ों को रोटी और घास खिलाते हैं. योगी आदित्यनाथ लखनऊ जा रहे हैं. इनमें से कुछ गाय जल्द ही उनके निवास स्थान पर जाएंगी.
उन्होंने बताया कि योगी आदित्यनाथ गाय को उनके नामों से बुलाते हैं. उनके साथ योगी का गहरा लगाव है. नंदिनी उनकी सबसे प्रिय गाय है. नंदिनी योगी आदित्यनाथ के साथ 12 साल से है. उन्होंने बताया कि गोरखपुर की गोशाला में सबसे अच्छी नस्लों की गाय हैं, जिनमें गुजराती, सेहवाल, देसी और गीर शामिल हैं. ये गाय करीब सौ लीटर दूध देती हैं. इसी दूध से मट्ठा बनाया जाता है. इसे गोरखपुर मंदिर में प्रसाद के तौर पर बांटा जाता है.
चैतन्य महाराज ने बताया कि योगी आदित्यनाथ सख्त दिनचर्या का पालन करते हैं. योगी सुबह 3 बजे उठते हैं. 4 से 5 बजे के बीच योगा करते हैं. इसके बाद प्रार्थना करते हैं. गोरखपुर के मठ और मंदिर परिसर में चक्कर लगाते हैं. जहां वह साफ-सफाई का जायजा लेते हैं. वह मछलियों को खाना भी खिलाते हैं और गोशाला निकल जाते हैं. इसके बाद वह गोरखपुर मंदिर के प्रमुख और सांसद के रूप में जनता की शिकायतों को सुनने चले जाते हैं. इससे पहले बुधवार को योगी आदित्यनाथ सचिवालय गैलेक्सी पहुंचे थे, जहां उन्होंने पान की पीक देखकर नाराजगी जताई और सभी सरकारी दफ्तरों में पान-गुटखा खाने पर बैन लगा दिया. योगी ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए एंटी रोमियो स्कवॉड बनाया है और अवैध बूचड़खानों पर लगाम लगाने के सख्त निर्देश दिए हैं. (इनपुट्स भाषा से भी)
उन्होंने बताया कि योगी आदित्यनाथ गाय को उनके नामों से बुलाते हैं. उनके साथ योगी का गहरा लगाव है. नंदिनी उनकी सबसे प्रिय गाय है. नंदिनी योगी आदित्यनाथ के साथ 12 साल से है. उन्होंने बताया कि गोरखपुर की गोशाला में सबसे अच्छी नस्लों की गाय हैं, जिनमें गुजराती, सेहवाल, देसी और गीर शामिल हैं. ये गाय करीब सौ लीटर दूध देती हैं. इसी दूध से मट्ठा बनाया जाता है. इसे गोरखपुर मंदिर में प्रसाद के तौर पर बांटा जाता है.
चैतन्य महाराज ने बताया कि योगी आदित्यनाथ सख्त दिनचर्या का पालन करते हैं. योगी सुबह 3 बजे उठते हैं. 4 से 5 बजे के बीच योगा करते हैं. इसके बाद प्रार्थना करते हैं. गोरखपुर के मठ और मंदिर परिसर में चक्कर लगाते हैं. जहां वह साफ-सफाई का जायजा लेते हैं. वह मछलियों को खाना भी खिलाते हैं और गोशाला निकल जाते हैं. इसके बाद वह गोरखपुर मंदिर के प्रमुख और सांसद के रूप में जनता की शिकायतों को सुनने चले जाते हैं. इससे पहले बुधवार को योगी आदित्यनाथ सचिवालय गैलेक्सी पहुंचे थे, जहां उन्होंने पान की पीक देखकर नाराजगी जताई और सभी सरकारी दफ्तरों में पान-गुटखा खाने पर बैन लगा दिया. योगी ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए एंटी रोमियो स्कवॉड बनाया है और अवैध बूचड़खानों पर लगाम लगाने के सख्त निर्देश दिए हैं. (इनपुट्स भाषा से भी)
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