
जब दिल्ली में 26 साल के विकास नामदेव का रसगुल्ला खाने का मन किया तो उसने किसी लोकल मिठाई की दुकान पर जाने का नहीं सोचा बल्कि फ्लाइट की टिकट ली और कोलकाता पहुंच गया. वहां स्वादिष्ट रसगुल्लों का लुफ्त उठाया और उसी रात दूसरी फ्लाइट से वापस भी आ गया. इसी तरह जब उसका मन स्कॉच पीने का किया तो वह गोवा पहुंच गया और कुछ ही घंटों में वापस भी आ गया. अब ऐसे में आपके भी मन में आ रहा होगा कि आखिर नामदेव ऐसा क्या करता है जो वो इस तरह की लाइफस्टाइल जी पा रहा है?
फिजुलखर्जी भरी जीवनशैली के लिए चोरी करता है नामदेव
लेकिन आपको बता दें कि वो कोई बहुत ही अमीर बिजनेसमेन नहीं है. और उसकी फिजुलखर्ची भरी जीवनशैली का भी आखिरकार अंत हो गया है लेकिन इसका अंत इंकटैक्स ऑफिसर्स ने नहीं बल्कि वडोदरा की पुलिस ने किया है, जिन्हें पता चला कि 12वीं की पढ़ाई छोड़ देने वाला लड़का एक चोर है, जो अपनी इस जीवनशैली के लिए ट्रेनों में चोरी करता है.
मध्य प्रदेश का रहने वाला है नामदेव
नामदेव मध्यप्रदेश का रहने वाला है और बुधवार को स्थानीय अपराध शाखा (एलसीबी) ने नामदेव को संदिग्ध अवस्था में घूमते हुए पाया, जिसके बाद उसे वडोदरा रेलवे स्टेशन पर पकड़ा गया. उसके बैग की जांच करने पर उसमें से 34 लाख रुपये के गहने और जेवर बरामद किए गए. अपने ब्रैंडेड कपड़ों, जूतों और गहनों के लिए मशहूर नामदेव गुजरात के वडोदरा और सूरत के बीच ट्रेन में पिछले तीन महीने से महिला यात्रियों के जेवर चुरा रहा है.
रेलवे एलसीबी अधिकारी ने कही ये बात
एक रेलवे एलसीबी अधिकारी ने कहा, उसने कई चोरी की वारदातों को अंजाम देने की बात स्वीकार की है और फिलहाल में बाकी के जेवर रिकवर करने में लगे हुए हैं. नामजेव पहले मध्यप्रदेश में वाहन चोरी करता था लेकिन फिर उसने ट्रेनों से जेवर चुराना शुरू कर दिया.
महंगे कपड़े पहनकर लोगों के बीच घूमता था नामदेव
महंगे कपड़े पहनकर लोगों के बीच घुलने मिलने के लिए वह अहमदाबाद से वडोदरा जाने वाली ट्रेनों में 3एसी या फिर 2एसी की टिकट बुक करता था. नामदेव सुबह 3 बजे से 4 बजे के बीच ट्रेन के डिब्बों में घूमता था और उन महिलाओं को अपना निशाना बनाता था, जिन्होंने गहने पहने हो थे. उनके गहनों को चुराने के बाद वह वडोदरा या फिर सूरत स्टेशन पर उतर जाता था. उसने अहमदाबाद-वडोदरा-सूरत का रूट इसलिए चुना था क्योंकि इसमें अक्सर महिलाएं महंगे जेवर पहन कर ट्रेवल करती हैं, खासतौर पर शादियों के सीजन के दौरान.
उसकी सूरत और शानदार कपड़े देखकर कोई उसपर शक नहीं कर पाता
पहचानें जाने से बचने के लिए नामदेव ने लंबे समय तक ठहरने के लिए वडोदरा और अहमदाबाद में होटल के कमरे बुक किए थे. उसने ट्रेन टिकट और ठहरने की जगह बुक करने के लिए चोरी किए गए आधार कार्ड का भी इस्तेमाल किया. साथ में यात्रा कर रहे यात्रियों के सामने वह खुद को कपड़ा व्यवसायी बताता था. उसकी अच्छी सूरत और शानदार कपड़े देखकर कोई उसपर शक नहीं कर पाता था.
नामदेव के खिलाफ मध्य प्रदेश में चोरी के सात मामले दर्ज
नामदेव के खिलाफ मध्य प्रदेश में चोरी के सात मामले दर्ज हैं, साथ ही महाराष्ट्र और राजस्थान में भी उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं. पुलिस ने बताया कि पिता की मौत के बाद वह घर छोड़कर चला गया और उसके परिवार ने उसके आपराधिक जीवनशैली के कारण उसके साथ सभी संबंध तोड़ लिए हैं. वडोदरा रेलवे एलसीबी पुलिस निरीक्षक तरुण पटेल, सहायक उप-निरीक्षक हतेंद्रकुमार गढ़वी, मेहुलकुमार धोबी और जयेश चौहान और हेड कांस्टेबल धर्मेंद्रसिंह जडेजा और सत्यपालसिंह गोहिल जांच टीम का हिस्सा थे.
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