"इस तरह के छापे गलत और अपमानजनक हैं": राबड़ी देवी से CBI की पूछताछ पर बोले अरविंद केजरीवाल

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, "विपक्ष शासित राज्यों में उनके काम को ठप कराने का चलन हो गया है. वे ईडी, सीबीआई और गवर्नर का इस्तेमाल उन्हें परेशान करने के लिए करते हैं. देश तभी आगे बढ़ सकता है जब सब मिलकर काम करें."

केजरीवाल ने राजधानी दिल्ली में आश्रम फ्लाईओवर के उद्घाटन पर ये बातें कही.

खास बातें

  • जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में राबड़ी देवी से CBI की पूछताछ.
  • केजरीवाल ने केंद्र पर लगाया राज्य के काम को ठप कराने का आरोप.
  • सिसोदिया को लेकर विपक्ष के 9 नेताओं ने पीएम मोदी को लिखी थी चिट्ठी.
नई दिल्ली:

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी (Rabri Devi)के आवास पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की टीम के दौरे को ‘अपमानजनक' बताया है. राबड़ी देवी के आवास पर सीबीआई टीम के दौरे का जिक्र करते हुए केजरीवाल ने कहा, “यह गलत है, इस तरह के छापे अपमानजनक हैं.” आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल राजधानी में आश्रम फ्लाईओवर के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे. 

यह पूछे जाने पर कि क्या इसे विपक्ष के नेताओं द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे गए पत्र के संबंध में देखा जा सकता है, दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘ऐसा भी देखा जा सकता है. सरकारें, उन्हें काम नहीं करने देना चाहती है. वे (भाजपा) उन्हें परेशान करने के लिए ईडी, सीबीआई और राज्यपाल का इस्तेमाल करते हैं. लोकतंत्र तभी आगे बढ़ेगा जब सभी एक साथ काम करेंगे, जिसकी भी सरकार है उसे वहाँ काम करने देना चाहिए.'

'राज्य के काम को ठप कराने का चलन' 
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, "विपक्ष शासित राज्यों में उनके काम को ठप कराने का चलन हो गया है. वे ईडी, सीबीआई और गवर्नर का इस्तेमाल उन्हें परेशान करने के लिए करते हैं. देश तभी आगे बढ़ सकता है जब सब मिलकर काम करें."

आबकारी नीति मामले में PM को लिखा पत्र
विपक्ष की आवाज को एक सुर में मिलाने की कोशिश में आठ राजनीतिक दलों के 9 नेताओं ने आबकारी नीति मामले में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी पर रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसियों के “दुरुपयोग” से पता चलता है कि देश “लोकतंत्र से निरंकुशता में परिवर्तित हो गया है”. नेताओं ने आगे आरोप लगाया कि विपक्षी नेताओं के मामलों को दर्ज करने या गिरफ्तार करने का समय “चुनावों के साथ मेल खाता था” जिससे यह स्पष्ट होता है कि की गई कार्रवाई “राजनीति से प्रेरित” थी.

इन नेताओं के थे हस्ताक्षर
पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले विपक्षी नेताओं में बीआरएस प्रमुख के चंद्रशेखर राव, जेकेएनसी प्रमुख फारूक अब्दुल्ला, एआईटीसी प्रमुख ममता बनर्जी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, उद्धव ठाकरे, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, राजद नेता शामिल हैं। तेजस्वी यादव और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव भी शामिल है। हालांकि, पत्र में कांग्रेस, जेडीएस, जेडी (यू) और सीपीआई (एम) से कोई प्रतिनिधित्व नहीं था. नेताओं ने लिखा, “हमें उम्मीद है कि आप इस बात से सहमत होंगे कि भारत अभी भी एक लोकतांत्रिक देश है. विपक्ष के सदस्यों के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों के घोर दुरुपयोग से लगता है कि हम एक लोकतंत्र से निरंकुशता में परिवर्तित हो गए हैं.”

राबड़ी देवी से क्यों हो रही पूछताछ?
जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में CBI की टीम बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी से पूछताछ कर रही है. सीबीआई की टीम सोमवार सुबह से लालू यादव की पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पहुंची. करीब 4 घंटे तक तक सीबीआई के अफसर आवास पर रहे. सीबीआई की पूछताछ के सवाल पर राबड़ी देवी ने कहा कि कुछ नहीं हुआ है. ये सब चलते रहता है.

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