"कई खामियां हैं...", एप्पल के मैसेज से पहले ही जारी की गई थी चेतावनी

कंप्यूटर इमरजेंसी रिसर्च टीम या सीईआरटी के अनुसार, एडवाइजरी पहली बार 27 अक्टूबर को जारी की गई थी. इससे चार दिन पहले एप्पल के संदेशों और ईमेल के स्क्रीनशॉट एक्स, पूर्व में ट्विटर पर साझा किए गए थे.

खास बातें

  • एप्पल ने कुछ दिन पहले ही जारी की थी एडवाइजरी
  • कई एमपी को था फोन हैक होने का शक
  • सरकार ने भी जारी की थी चेतावनी
नई दिल्ली:

कुछ दिन पहले Apple ने भारत में विपक्षी सांसदों सहित कुछ कस्टमर्स को "राज्य-प्रायोजित हमलावरों" को लेकर चेतावनी जारी की थी. एप्पल ने कहा था कि कुछ लोग आपके फोन के साथ छेड़छाड़ कर सकते हैं. लेकिन इससे पहले ही सरकार ने भी एप्पल के कई उत्पादों में कई खामियां मिलने की बात कही थी. इसे लेकर उच्च गंभीरता श्रेणी की रेटिंग भी जारी की गई. सरकार ने उस दौरान कंपनी के उत्पादों में "कई खामी" होने की बात करते हुए हाई सेवेरिटी रेटिंग भी जारी की थी.

कंप्यूटर इमरजेंसी रिसर्च टीम या सीईआरटी के अनुसार, एडवाइजरी पहली बार 27 अक्टूबर को जारी की गई थी. इससे चार दिन पहले एप्पल के संदेशों और ईमेल के स्क्रीनशॉट एक्स, पूर्व में ट्विटर पर साझा किए गए थे, जिसमें कहा गया था कि "अलर्ट, राज्य प्रायोजित हैकर्स आपके फोन को टारगेट कर सकते हैं.

Apple के ऑपरेटिंग सिस्टम के अन्य वर्जन की बात करते हुए सलाहकार ने iOS और iPadOS संस्करणों को लेकर एक अहम बात कही है. उन्होंने कहा कि "17.1 से पहले", और macOS सोनोमा संस्करणों को "14.1 से पहले", वेंचुरा संस्करणों को "13.6.1 से पहले" और मोंटेरे संस्करणों को "12.7.1 से पहले" को हैकर्स आसानी से अपना निशाना बना सकते हैं. 

कुछ दिन पहले ऐसी बात सामने आई थी कि एप्पल के अलग-अलग प्रोडक्ट में कई तरह की खामियां देखने को मिल रही हैं. जिस वजह से हैकर्स इन प्रोडक्ट्स को अपना शिकार बना सकते हैं. और अगर ऐसा होता है तो वो आपके अति संवेदनशील जानकारियों को चुराकर उसका गलत इस्तेमाल भी कर सकते हैं. इन कमजोरियों को ठीक करने के लिए जो एडवाइजरी जारी की गई है वो नौ ऐप्पल सॉफ़्टवेयर अपडेट से जुड़ी हैं.

कई सांसदों ने की थी शिकायत

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही कांग्रेस नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor), पवन खेड़ा (Pawan Kheda), AAP सांसद राघव चड्‌ढा (Raghav Chadha), शिवसेना (उद्धव गुट) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी, AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और CPI(M) के जनरल सेक्रेटरी सीताराम येचुरी समेत कई नेताओं और सांसदों ने उनके आईफोन हैक किए जाने का दावा किया था.

मैसेज भेजकर हैकिंग की आई बात

इन नेताओं ने दावा किया था कि खुद एप्पल कंपनी ( Apple iPhone) ने मैसेज भेजकर हैकिंग (Phone Hacking) की कोशिश की जानकारी उनके साथ साझा की है. इस बीच आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने एक लंबे पोस्ट में कहा कि उन्हें 'एप्पल की तरफ से नोटिफिकेशन मिला है, जिसमें उनके फोन पर संभावित सरकार-प्रायोजित स्पाइवेयर हमले के बारे में चेतावनी दी गई है. चड्ढा ने कहा था कि ''जासूसी'' आम चुनाव से महज कुछ महीने पहले हो रही है. इसे विपक्ष पर व्यापक हमलों के अंतर्गत रखा जाना चाहिए.

एप्पल ने दिया था ये जवाब

हालांकि, एप्‍पल की ओर से जारी बयान में कहा गया था कि हम किसी विशेष राज्य प्रायोजित हैकर की बात नहीं कर सकते. ये संभव है कि एप्पल की कुछ सूचनाएं झूठी चेतावनी हो सकती हैं. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के कार्यालय में भी तीन लोगों को इसी तरह के संदेश मिले हैं. वहीं, सरकारी सूत्रों ने कहा है कि अधिकारी इन संदेशों से वाकिफ थे.

महुआ मोइत्रा ने भी की शिकायत
तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा को भी  Iphone सिक्योरिटी थ्रेट अलर्ट मिला था. उन्‍होंने दावा किया था कि समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा के साथ-साथ सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी और कांग्रेस के पवन खेड़ा को भी हैकिंग के प्रयासों की चेतावनी दी गई थी. 

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