नई दिल्ली:
हल्द्वानी में मदरसा गिराने को लेकर प्रशासन और स्थानीय लोगों के बीच गुरुवार को तनातनी देखने को मिली. घटनास्थल पर गए पुलिसकर्मियों पर स्थानीय लोगों ने पथराव किया, जिसके बाद अपने बचाव में पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े. इस घटना के बाद से ही इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है. हालात पर काबू पाने के लिए प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है.
- हल्द्वानी में मदरसा गिराने का मामला, अब तूल पकड़ता दिख रहा है. गुरुवार को प्रशासन और स्थानी लोगों के बीच हुई झड़प में अभी तक 2 लोगों की मौत की खबर है और 250 से ज़्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हैं.
- इलाके में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. प्रशासन ने एहतियातन इंटरनेट सेवा बंद कर दिया है साथ ही स्थिति को काबू करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं.
- इस मामले पर सीएम पुष्कर धामी ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई, जिसमें मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, पुलिस और इंटेलीजेंस के कई अधिकारी शामिल थे.
- मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए अराजक तत्वों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
- हल्द्वानी के बनभुलपुरा के बगीचे में अवैध मदरसे और नमाज स्थल को तोड़ने के दौरान जमकर हंगामा हुआ था.
- डीएम ने वनभूलपुरा में कर्फ्यू लगा दिया है और दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए हैं.
- कार्रवाई के दौरान पथराव करने वाले अराजक तत्वों को चिन्हित किया जा रहा है और उनकी गिरफ्तारी की जा रही है.
- उपद्रवियों ने पुलिस, नगर निगम और पत्रकारों की गाड़ियों में आग लगा दी. हालात बेकाबू होने से पुलिस को कई राउंड फायरिंग भी करनी पड़ी.
- उपद्रवियों ने कई गाड़ियों को किया आग के हवाले, साथ ही साथ बिना किसी मांग के अधिकारियों पर पेट्रोल बम फेंकने की कोशिश की गई.
- अराजक तत्वों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और फिर हल्का बल प्रयोग किया. इस दौरान, नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रह्लाद मीणा की अगुवाई में भारी पुलिस बल तैनात रहा.