पीएम मोदी ( PM MODI )ने आज तीनों कृषि कानूनों के वापसी की घोषणा कर दी है. उनकी इस घोषणा के बाद राजद नेता तेजस्वी यादव ( Tejashwi Yadav) का बयान आया है. उन्होंने कहा है कि यह किसान की जीत है, देश की जीत है. यह पूंजीपतियों, उनके रखवालों, नीतीश-भाजपा सरकार और उनके अहंकार की हार है.
कृषि कानून वापस लेने के PM के ऐलान के बाद बोले राकेश टिकैत, 'आंदोलन तत्काल वापस नहीं होगा, हम.....'
तेजस्वी ने कहा कि विश्व के सबसे शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक किसान आंदोलन ने पूंजीपरस्त सरकार को झुकने पर मजबूर कर दिया. आंदोलनजीवियों ने दिखाया कि एकता में शक्ति है. यह सभी की सामूहिक जीत है. बिहार और देश में व्याप्त बेरोजगारी, महंगाई, निजीकरण के खिलाफ हमारी जंग जारी रहेगी. तेजस्वी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपाई उपचुनाव हारे तो इन्होंने पेट्रोल-डीजल पर दिखावटी ही सही, लेकिन थोड़ा सा टैक्स कम किया.
किसानों के आगे ऐसे झुकी सरकार, जानें- कृषि अध्यादेश से लेकर कानून बनने और आंदोलन की पूरी कहानी
उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब की हार के डर से तीनों काले कृषि कानून वापस लेने पड़ रहे हैं. किसान आंदोलनरत थे. बिहार विधानसभा चुनाव नतीजों के तुरंत पश्चात किसान हित में हम किसानों के समर्थन में सड़कों पर थे. इसी दिन नीतीश-भाजपा सरकार ने गांधी मैदान में कृषि कानूनों का विरोध एवं किसानों का समर्थन करने पर मेरे सहित हमारे अनेक वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज कर दिया. अंततः सत्य और किसानों की जीत हुई.
"देर आए, दुरुस्त आए": सत्यपाल मलिक ने कृषि कानूनों को वापस लेने पर दी PM मोदी को बधाई
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं