
सीबीआई ने जमीन के बदले नौकरी मामले में बिहार की पूर्व सीएम और लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी से सोमवार को करीब 4 घंटे तक पूछताछ की. CBI लालू और उनके परिवार के सदस्यों से मंगलवार को भी पूछताछ कर सकती है. सीबीआई के इस एक्शन पर तेजस्वी यादव ने कहा है कि ये सब 2024 तक चलता रहेगा. तेजस्वी यादव का कहना है, 'ये कोई नई बात नहीं है, हम तो बचपन से सीबीआई को देखते आ रहे हैं.'
तेजस्वी यादव ने कहा, 'हम तो बचपन से यह सब कहते आ रहे हैं. नीतीश जी जब से महागठबंधन में आए हैं तब से इन जांचों में बढ़ोतरी देखी गई है. उन्होंने कहा, "अगर आप बीजेपी से लड़ते हैं, अगर आप बीजेपी से सवाल करते हैं, अगर आप उन्हें आईना दिखाते हैं, तो ये चीजें होंगी. इसमें नया क्या है?" हालांकि, तेजस्वी सीबीआई की इस कार्रवाई के समय को लेकर पूछे गए सवाल को टाल गए. बता दें कि एक दिन पहले ही विपक्ष के 9 नेताओं ने पीएम नरेंद्र मोदी को दिल्ली आबकारी मामले में मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी को लेकर लेटर लिखा था.
सीबीआई पर कसे तंज
लालू परिवार से बार-बार पूछताछ को लेकर तेजस्वी यादव ने सीबीआई पर तंज भी कसे. उन्होंने कहा- 'हमने पहले भी सीबीआई से कहा था कि आपलोग हर महीने यहां आने की तकलीफ क्यों करते हैं? हमारे घर में ही दफ्तर खोल लीजिए. यहां बार-बार आने का खर्चा भी बच जाएगा.'
बीजेपी पर निकाली भड़ास
तेजस्वी ने आगे कहा, 'जो भी बीजेपी को आईना दिखाने की कोशिश करता है, तो उन्हें जांच एजेंसियों के माध्यम से परेशान किया जाता है. वहीं, जब कोई बीजेपी में शामिल हो जाता है तो वह हरिशचंद्र बन जाता है. जनता ये सब देख रही है.' उन्होंने आगे कहा कि ये सिलसिला 2024 लोकसभा चुनाव तक चलता रहेगा. लेकिन अगर कोई गलती की ही नहीं है, तो इस बारे में चिंता क्यों करनी है?
जांच में सहयोग कर रहा लालू परिवार
बिहार के डिप्टी सीएम ने आगे कहा, 'हमलोगों ने शुरुआत से ही जांच मामले में पूरा सहयोग किया है. जब लालू जी रेल मंत्री थे, तो 90 हजार करोड़ का फायदा रेलवे को दिलवाया था. कोई मंत्री हो, प्रधानमंत्री हो या मुख्यमंत्री... किसी को नौकरी दे दी नहीं सकता है. नौकरी की एक प्रक्रिया है. इसका अनुपालन करना पड़ता है. सिर्फ मंत्री के साइन करने से किसी को नौकरी नहीं मिलती. इसमें किस बात का घोटाला? रेलवे ने भी इसे घोटाला नहीं माना है.'
लालू पर लगे थे जमीन के बदले नौकरी देने के आरोप
बता दें कि लालू प्रसाद यादव 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री थे, उस दौरान उनपर जमीन के बदले रेलवे में कुछ लोगों को नौकरी देने का आरोप है. इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है. सीबीआई ने इस मामले में लालू यादव, राबड़ी देवी, बड़ी बेटी मीसा भारती और एक अन्य बेटी समेत कुल 16 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.
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