
- तमिलनाडु के करूर में विजय की रैली में 27 सितंबर को भगदड़ में 39 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हुए
- विजय ने फरवरी 2024 में TVK पार्टी की स्थापना की, जो भ्रष्टाचार, परिवारवाद और विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ है
- TVK की विचारधारा “सेक्युलर सोशल जस्टिस” है, जिसने तमिल अस्मिता और सामाजिक न्याय को प्राथमिकता दी है
तमिलनाडु के करूर में 27 सितंबर को अभिनेता से नेता बने विजय की रैली में मची भगदड़ ने पूरे राज्य की राजनीति को हिला दिया. 39 लोगों की मौत और दर्जनों घायल होने के इस हादसे ने न सिर्फ भीड़ प्रबंधन पर सवाल खड़े किए, बल्कि विजय की नई पार्टी तमिलगा विजय कझगम (TVK) को भी राष्ट्रीय बहस के केंद्र में ला दिया. रैली में हुए हादसे के बाद हर तरफ यही चर्चा है कि विजय की राजनीतिक तैयारी कितनी मज़बूत है और उनकी पार्टी की विचारधारा किस दिशा में जाती है.
विजय ने पिछले साल फरवरी 2024 में राजनीति में औपचारिक एंट्री की थी. उन्होंने भ्रष्टाचार, परिवारवाद और विभाजनकारी राजनीति का विरोध करते हुए नई पार्टी की घोषणा की. इसके बाद अक्टूबर 2024 में आयोजित पहले महाधिवेशन में TVK ने अपनी वैचारिक पहचान “सेक्युलर सोशल जस्टिस” के रूप में तय की. विजय ने खुलकर कहा था कि DMK हमारा राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी है और BJP वैचारिक शत्रु. इसी रुख ने पार्टी को दोनों बड़े गठबंधनों, INDIA और NDA, से दूर खड़ा कर दिया.

TVK की क्या है विचारधारा?
TVK की स्थापना फरवरी 2024 में हुई थी. लॉन्च के वक्त विजय ने साफ कहा था कि पार्टी भ्रष्टाचार, परिवारवाद और विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ खड़ी होगी. अक्टूबर 2024 में आयोजित पहले महाधिवेशन में पार्टी ने खुद को “सेक्युलर सोशल जस्टिस” की विचारधारा से जोड़ा था. टीवीके ने तमिल अस्मिता, सामाजिक न्याय, महिलाओं और युवाओं का सशक्तीकरण और राज्य को अधिक अधिकार देने की मांग के साथ पार्टी को आगे ले जाने की बात कही थी. विजय ने उसी मंच से कहा था कि DMK हमारा राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी है और BJP वैचारिक शत्रु है.
TVK ने अपने अधिवेशन में 26 प्रस्ताव पारित किए थे इनमें भ्रष्टाचार, परिवारवाद, राज्य अधिकारों और शिक्षा जैसे मुद्दों पर केंद्र की BJP और राज्य की DMK सरकार दोनों की आलोचना की गई थी. NEET परीक्षा का विरोध और शिक्षा को राज्य सूची में वापस लाने की मांग प्रस्ताव में रखा गया था.

गठबंधन के मुद्दे पर विजय का क्या रहा है विचार
सबसे बड़ा सवाल यह रहा है कि क्या TVK किसी गठबंधन INDIA या NDA का हिस्सा बनेगी? विजय ने कई मौकों पर इसका स्पष्ट जवाब दिया है “नो एलायंस.” जुलाई और अगस्त 2025 की सभाओं में उन्होंने सार्वजनिक तौर पर कहा था कि पार्टी DMK और BJP दोनों से दूरी बनाए रखेगी और स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ेगी. करूर रैली से पहले भी विजय ने BJP को वैचारिक विरोधी और राज्य की सत्ताधारी दल डीएमके पर निशाना साधा था.
- विजय ने फरवरी 2024 में राजनीति में उतरते हुए TVK की स्थापना की थी.
- पार्टी की विचारधारा “सेक्युलर सोशल जस्टिस” पर आधारित है.
- विजय ने कहा है कि DMK राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी और BJP वैचारिक शत्रु है।
- TVK ने अपने पहले अधिवेशन में 26 प्रस्ताव पारित किए थे.
- विजय की पार्टी भ्रष्टाचार, परिवारवाद जैसे मुद्दों पर निशाना साधती रही है.
- TVK ने साफ़ किया है कि वह न INDIA और न NDA गठबंधन का हिस्सा बनेगी.
- 2026 विधानसभा चुनाव को लक्ष्य बनाकर TVK बूथ स्तर तक संगठन खड़ा कर रही है.
भगदड़ में मरने वालों में 38 की हुई शिनाख्त
डिंडीगुल के जिलाधिकारी एस. सरवनन ने रविवार को कहा कि 27 सितंबर को तमिलगा वेत्री कषगम (टीवीके) की रैली में हुई भगदड़ में मरने वालों में से 38 की शिनाख्त हो गई है और शव उनके परिजनों को सौंपने के प्रयास जारी हैं. सरवनन ने बताया कि एक महिला की अब तक शिनाख्त नहीं हो पाई है. जिलाधिकारी ने कहा, “अभी महिला की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं. जैसे ही शिनाख्त होगी, हम पोस्टमार्टम करवा कर शव उसके परिवार वालों को सौंप देंगे.”
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