कांग्रेस छोड़कर तृणमूल कांग्रेस का दामन थामने वाली सुष्मिता देव (Sushmita Dev) ने कहा है कि उन्हें कांग्रेस नेतृत्व से कोई शिकायत नहीं है. नाराजगी और गुस्सा बिल्कुल नहीं है सुष्मिता ने NDTV के साथ बातचीत में कहा, 'मुझे विश्वास है कि सोनिया गांधी का मुझे पर कहीं न कहीं आशीर्वाद जरूर रहेगा.' बातचीत के दौरान सुष्मिता ने विभिन्न मुद्दों पर पूछे गए कई सवालों का जहां खुलकर जवाब दिया, वहीं कुछ सवालों को उन्होंने टाल भी दिया. कहीं युवा नेताओं का कांग्रेस के नेतृत्व से कहीं मोहभंग तो नहीं हो रहा? इस सवाल के जवाब में सुष्मिता ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया और जितिन प्रसाद पार्टी से क्यों बाहर गई, मैं इस पर कमेंट नहीं करना चाहूंगी. मैं कहना चाहती हूं कि आज भी कांग्रेस में कई युवा नेता है उसमें काफी क्षमता है भविष्य उज्ज्वल रहेगा. आज भी कांग्रेस में नेताओं की कमी नहीं है.' विपक्ष की एकता से संबंधित एक अन्य प्रश्न पर उन्होंने कहा कि अभिषेक (बनर्जी) और राहुल (गांधी) की जोड़ी चलेगी. अभिषेक-राहुल परिवर्तन लाएंगे और मोदी-शाह की जोड़ी को हराएंगे.
टीएमसी से ही क्यों जुड़ीं, इस सवाल पर सुष्मिता ने कहा, 'मैं विचारधारा की राजनीति करती हूं. विचारधारा से समझौता कभी नहीं करूंगी. मैं फायदा उठाना नहीं चाहती. यदि ऐसा करना होता तो बीजेपी में जाती. ममता दीदी ने मुझे क्यों चुना, यह तो वे ही बता सकती है. सुष्मिता ने कहा कि यह सही है कि मेरे पिता कांग्रेस सांसद और मंत्री रहे हैं. मेरे निर्णय से देश को कोइ नुकसान नहीं हुआ बल्कि फायदा ही होगा. उन्होंने कहा कि जिस राज्य असम से मैं आती हूं, वहां टीएमसी को नए सिरे से शुरू करूंगी क्योंकि वहां अब तक कांग्रेस और बीजेपी की ही लड़ाई होती है.
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सुष्मिता से इस बात से इनकार किया कि वे असम विधानसभा चुनाव से कांग्रेस से नाराज थीं, उन्होंने कहा कि यदि ऐसा होता मैं तभी पार्टी छोड़ देती.यह पूछे जाने पर कि वे कांग्रेस पार्टी को लेकर इसलिए कुछ नहीं बोल रही क्योंकि ऐसे में यह समझा जाएगा कि टीएमसी ने कांग्रेस से शिकार (पोचिंग) कर लिया, सुष्मिता ने कहा-ऐसा कुछ भी नहीं है. कई नेता है जो दूसरी पार्टी छोड़कर कांग्रेस में जा रहे हैं, वहीं कई कांग्रेस छोड़कर बाहर जा रहे हैं.केंद्र सरकार के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने संबंधी प्रश्न पर उन्होंने कहा कि अभिषेक (बनर्जी) और राहुल (गांधी) की जोड़ी चलेगी. अभिषेक-राहुल परिवर्तन लाएंगे और मोदी-शाह की जोड़ी को हराएंगे. ऐसा नहीं कह सकते कि कांग्रेस का भविष्य नहीं है, कांग्रेस का उज्ज्वल भविष्य है.
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