अमेजन-फ्यूचर विवाद मामले पर कल सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होने जा रही है. सुनवाई के दौरान कोर्ट रिलायंस द्वारा लिए जा रहे फ्यूचर रिटेल के स्टोर के खिलाफ अमेज़ॅन की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट बुधवार को विचार करेगा. अमेजन ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि फ्यूचर रिटेल की संपत्ति पर अमेजन, बियानी समूह और रिलायंस के बीच समझौता करने के लिए बातचीत में कोई प्रगति नहीं हुई .अमेजन के वकील गोपाल सुब्रमण्यम ने कहा कि कभी-कभी हम बहुत आशान्वित होते हैं, लेकिन अंतिम परिणाम कुछ भी नहीं होता है. उच्च स्तर पर बैठकें हुईं लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ.
अमेजन ने फ्यूचर पर मामला लंबित होने के बावजूद रिलायंस को अपनी संपत्ति ट्रांसफर करने का आरोप लगाया. वहीं फ्यूचर ने कहा मुकदमे ने इसे दिवालियेपन की ओर धकेल दिया है. इस मामले में वकील हरीश साल्वे ने कहा कि अमेज़न हमें घुटनों के बल ले जा रहा है और हम टूट गए हैं. अमेजन की ओर से गोपाल सुब्रमण्यम ने ने कहा कि अब सिर्फ 300 दुकानें बची हैं. फ्यूचर रिटेल ने आरोपों से इनकार किया कि फ्यूचर अपने स्टोर रिलायंस को सौंप रहा है.
फ्यूचर रिटेल ने कहा 15 दिन पहले शॉप टेकओवर शुरू हुआ था. हमारे पास इस पर कोई नियंत्रण नहीं है कि चल रहे मुकदमे के बावजूद रिलायंस कार्रवाई कर रही है, रिलायंस ले रहा है. हम कुछ नहीं कर सकते हम क्या करें? हमने कहीं भी हस्ताक्षर नहीं किए हैं. दरअसल बियानी ने जाकर विरोध किया. इस मुकदमे ने हमें दिवालियेपन की ओर धकेल दिया है. कुछ भी ट्रांसफर नहीं किया गया है. दो साल से किराया नहीं दिया गया है. हमारे पास पैसे नहीं थे और हम सभी मंचों पर यही कहते रहे हैं. जमीन मालिक हमारी लीज समाप्त कर रहे हैं. हम चीजों की महिमा और भव्यता के बारे में बात कर सकते हैं लेकिन जब हम टूट जाते हैं तो हम टूट जाते हैं.
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