पीएम मोदी ने पिछले दिनों दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के दौरान खुली जीप में रोड शो किया था.अब सुरक्षा को देखते हुए उन्हें रोड शो न करने की सलाह दी गई है.
नई दिल्ली:
पुणे पुलिस द्वारा 'राजीव गांधी हत्याकांड' की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश का खुलासा करने के बाद सुरक्षा एजेंसियां पीएम की सुरक्षा को लेकर और चौकन्नी हो गई हैं. प्रधानमंत्री की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने वाली एसपीजी (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) ने पीएम को रोड शो न करने की सलाह दी है. कैबिनेट सचिवालय के सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया कि पीएम मोदी के खिलाफ साजिश का पर्दाफाश होने के बाद SPG ने अपने जवानों को इस बारे में सतर्क किया है. दूसरी तरफ CPG (क्लोज्ड प्रोटेक्शन ग्रुप) को भी अलर्ट किया गया है. आपको बता दें कि CPG के जवान हमेशा पीएम के इर्द-गिर्द ही रहते हैं और वे अंदरूनी सुरक्षा का जिम्मा संभालते हैं. ये जवान किसी आतंकवादी को चंद सेकेंड में मार गिराने की क्षमता रखते हैं. दूसरी तरफ, एसपीजी की क्विक रिस्पांस टीम CAT (काउंटर असॉल्ट टीम) को भी अलर्ट कर दिया गया है. अत्याधुनिक और स्टेट ऑफ द आर्ट हथियारों से लैस कैट के जवानों की बेहद कठिन ट्रेनिंग होती है. ये टीम पीएम पर किसी भी हमले की दशा में तत्काल मोर्चा संभालती है.
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सूत्रों ने बताया कि पीएम के काफिले के ड्राइवरों को भी विशेष रूप से ब्रीफ किया गया है और उन्हें सतर्क किया गया है. गौरतलब है कि पीएम के काफिले में BMW 7 सीरीज की दो सिडान बख्तरबंद गाड़ियां, 6 BMW X5 एसयूवी और एक Mercedes Benz ambulance रहती है. इसके अलावा काफिले में सुरक्षा बलों की गाड़ियां और जैमर लगी गाड़ियां होती हैं. पीएम के काफिले में दो डमी गाड़ियां भी होती हैं. ताकि पीएम किस गाड़ी में हैं, इसका किसी को अंदाजा न लग सके. पीएम के काफिले के आगे और पीछे दिल्ली पुलिस के विशेष दस्ते की गाड़ियां चलती हैं. सूत्रों ने बताया कि जैमर लगी गाड़ियों पर तमाम तरह के एंटीना लगे होते हैं और ये एंटीना सड़क के दोनों तरफ 100 मीटर की दूरी पर रखे किसी भी बम को डिफ्यूज कर सकते हैं. काफिले में सुरक्षा बलों की गाड़ियों पर NSG के शूटर तैनात रहते हैं. जब कभी प्रधानमंत्री पैदल चलते हैं तो NSG के जवान वर्दी के साथ-साथ सादी वर्दी में भी उनके आसपास घेरा बनाकर रखते हैं.
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सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया कि SPG के दो जवान हमेशा पीएम के आसपास एक ब्रीफकेस के साथ भी मौजूद रहते हैं. यह ब्रीफकेस दरअसल, बैलेस्टिक शील्ड होती है. किसी भी मिसाइल हमले की दशा में यह ढाल का काम करता है. इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्रालय का नक्सल डेस्क भी पुणे पुलिस के संपर्क में है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि अभी जांच शुरुआती चरण में है, लेकिन राज्य की पुलिस से मामले पर एक रिपोर्ट मांगी जाएगी. गौरतलब है कि पुणे की पुलिस ने कोर्ट में एक लेटर पेश करते हुये दावा किया है कि माओवादी पीएम मोदी की 'राजीव गांधी की तरह हत्या' करने की साजिश रच रहे थे. पुलिस ने यह बात गुरुवार को कोर्ट में बताई है. पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. जिनके संबंध प्रतिबंधित सीपीआई-माओवादी संगठन से हैं.
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सूत्रों ने बताया कि पीएम के काफिले के ड्राइवरों को भी विशेष रूप से ब्रीफ किया गया है और उन्हें सतर्क किया गया है. गौरतलब है कि पीएम के काफिले में BMW 7 सीरीज की दो सिडान बख्तरबंद गाड़ियां, 6 BMW X5 एसयूवी और एक Mercedes Benz ambulance रहती है. इसके अलावा काफिले में सुरक्षा बलों की गाड़ियां और जैमर लगी गाड़ियां होती हैं. पीएम के काफिले में दो डमी गाड़ियां भी होती हैं. ताकि पीएम किस गाड़ी में हैं, इसका किसी को अंदाजा न लग सके. पीएम के काफिले के आगे और पीछे दिल्ली पुलिस के विशेष दस्ते की गाड़ियां चलती हैं. सूत्रों ने बताया कि जैमर लगी गाड़ियों पर तमाम तरह के एंटीना लगे होते हैं और ये एंटीना सड़क के दोनों तरफ 100 मीटर की दूरी पर रखे किसी भी बम को डिफ्यूज कर सकते हैं. काफिले में सुरक्षा बलों की गाड़ियों पर NSG के शूटर तैनात रहते हैं. जब कभी प्रधानमंत्री पैदल चलते हैं तो NSG के जवान वर्दी के साथ-साथ सादी वर्दी में भी उनके आसपास घेरा बनाकर रखते हैं.
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सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया कि SPG के दो जवान हमेशा पीएम के आसपास एक ब्रीफकेस के साथ भी मौजूद रहते हैं. यह ब्रीफकेस दरअसल, बैलेस्टिक शील्ड होती है. किसी भी मिसाइल हमले की दशा में यह ढाल का काम करता है. इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्रालय का नक्सल डेस्क भी पुणे पुलिस के संपर्क में है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि अभी जांच शुरुआती चरण में है, लेकिन राज्य की पुलिस से मामले पर एक रिपोर्ट मांगी जाएगी. गौरतलब है कि पुणे की पुलिस ने कोर्ट में एक लेटर पेश करते हुये दावा किया है कि माओवादी पीएम मोदी की 'राजीव गांधी की तरह हत्या' करने की साजिश रच रहे थे. पुलिस ने यह बात गुरुवार को कोर्ट में बताई है. पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. जिनके संबंध प्रतिबंधित सीपीआई-माओवादी संगठन से हैं.
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