माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmad) और उसके भाई अशरफ (Ashraf) की उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई. जब दोनों को पुलिस अस्पताल ले जा रही थी. इस मामले में तीन मुख्य आरोपी है. इस दोहरे हत्याकांड के तीनों ही आरोपी गरीब परिवारों से ताल्लुख रखते हैं. लेकिन उन्होंने मर्डर करने के खास और महंगे हथियारों का इस्तेमाल किया. ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि आर्थिक स्थिति खराब होने के बाद भी आरोपियों के पास इतने महंगे हथियार कहां से आए. फिलहाल इस सवाल का कोई जवाब नहीं मिल सका है.
अतीक-अशरफ हत्याकांड (Atiq-Ashraf Murder) के आरोपियों के पास से तीन हथियार बरामद हुए. जिसमें जिगाना 9 एमएम पिस्टल (Zigana 9 mm Pistol) का भी इस्तेमाल किया गया. ये पिस्टल मेड इन तुर्की (Made in Turkey) है. जिसकी कीमत 6 से 7 लाख बताई जा रही है. इस ऑटोमेटिक पिस्टल से एक साथ 15 राउंड फायर हो सकते हैं. इसमें एक बटन बर्स्ट फायर का होता है. इस पिस्टल की रेंज 350 मीटर होती है. ये पिस्टल पाकिस्तान के रास्ते ड्रोन से ही आ सकती है. इसका इस्तेमाल मुसेवाला मर्डर केस में हुआ था. जिगाना 9 एमएम पिस्टल भारत में बैन है.
आरोपियों ने जिस दूसरे हथियार का इस्तेमाल किया, वो है गिरसान 9 एमएम पिस्टल (Girsan 9mm Pistol). गिरसान भी मेड इन तुर्की सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल है. जिससे एक साथ 15 राउंड फायर हो सकते हैं. इससे 50 मीटर तक फायर हो सकता है. इस हथियार की कीमत करीब 50 हजार रुपए है. जबकि तीसरा हथियार 32 बोर सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल है. जिसकी रेंज 5 मीटर तक है. इससे 7 से 20 राउंड तक फायर कर सकते हैं. इसकी कीमत 40 से 50 हजार बताई जा रही है.
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