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This Article is From Apr 20, 2024

"इतने बाल बच्चे..." : नीतीश कुमार का परिवारवाद को लेकर लालू पर तंज, तेजस्वी ने बिहार CM को दी सलाह

तेजस्वी यादव ने कहा, ''लोकसभा का चुनाव है, परिवार-परिवार लड़ रहा है क्या? बेरोजगारी पर बात कीजिए, बिहार के विशेष पैकेज के बारे में बात कीजिए, शिक्षा, स्वास्थ्य के बारे में बात कीजिए. पलायन कैसे रोकेंगे मुख्यमंत्री जी, यह बताईए.''

"इतने बाल बच्चे..." : नीतीश कुमार का परिवारवाद को लेकर लालू पर तंज, तेजस्वी ने बिहार CM को दी सलाह
नीतीश कुमार ने पूर्णिया में चुनावी जनसभा को संबोधित किया.
नई दिल्ली:

बिहार के कटिहार और पूर्णिया में लोकसभा चुनाव को लेकर आयोजित जनसभाओं में जनता दल यूनाईटेड (JDU) के नेता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता लालू प्रसाद यादव के परिवार पर जमकर हमला किया. उन्होंने आरजेडी नेता पर राजनीति में परिवारवाद चलाने का आरोप लगाया. इस पर प्रतिक्रिया में आरजेडी के नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि यह लोकसभा चुनाव है, उन्हें व्यक्तिगत बात नहीं कहना चाहिए, मुद्दों पर बात करनी चाहिए.      

पूर्णिया में शनिवार को चुनावी सभा में नीतीश कुमार लालू यादव, राबड़ी देवी सहित आरजेडी की प्रत्याशी बीमा भारती पर खूब बरसे. उन्होंने एनडीए के प्रत्याशी संतोष कुशवाहा के लिए लोगों से वोट मांगे. पूर्णिया के सुमरित हाई स्कूल के खेल मैदान में हुई चुनावी सभा को संबोधित किया. 

'हट गए तो बीबी को बना दिया..'

पूर्णिया संसदीय सीट के लिए यह मुख्यमंत्री का पहला चुनावी कार्यक्रम था. सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने लालू यादव और राबड़ी देवी को निशाना बनाया. उन्होंने कहा कि, पति-पत्नी ने मिलकर बिहार पर सालों तक शासन किया. पहले पति सीएम बने और जब वे हट गए तो पत्नी को बना दिया. नीतीश ने कहा कि, ''हट गए तो बीबी को बना दिया... अब आजकल बाल-बच्चा को.. पैदा तो बहुत कर दिए... इतने ज्यादा पैदा करना चाहिए किसी को, बाल-बच्चा? बेटी को, बेटा को सबको लगा दिया..'' 

नीतीश कुमार ने जेडीयू छोड़कर आरजेडी में शामिल हुईं बीमा भारती पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि, ''हमने उनको विधायक बनाया और कैबिनेट में भी लाए. लेकिन वे मंत्री बनने पर अड़ी रहीं. हमने मना किया तो वह सब कुछ भूलकर उधर चली गईं.'' 

मुख्यमंत्री ने कहा कि, ''हम जब 2005 में मुख्यमंत्री बने तो बिहार में कुछ नहीं था. लोग घर से बाहर निकलने में भी डरते थे. मेरे मुख्यमंत्री बनने के बाद कई काम हुए. उन्होंने लोगों से कहा कि अपने बच्चों को बताईएगा कि पहले क्या हाल था और अब क्या हाल है. पहले दंगे और झगड़े होते थे, लेकिन अब सब बंद हो गए.''

पप्पू यादव की मौजूदगी से दिलचस्प लड़ाई

पूर्णिया लोकसभा सीट पर कुल सात प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. हालांकि मुख्य मुकाबला एनडीए गठबंधन से जेडीयू के संतोष कुशवाहा, महागठबंधन से आरजेडी की बीमा भारती और निर्दलीय प्रत्याशी राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव के बीच है. इस बार पप्पू यादव के चुनाव मैदान में डटे रहने से पूर्णिया की चुनावी लड़ाई दिलचस्प हो गई है. गौरतलब है कि एनडीए में यह सीट जेडीयू के खाते में है और जेडीयू ने तीसरी बार इस सीट से संतोष कुमार कुशवाहा को मैदान में उतारा है.

उधर, कटिहार में भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू यादव के परिवार पर टिप्पणी की. मुख्यमंत्री ने लालू के परिवार पर इशारों-इशारों में परिवारवाद को लेकर हमला किया. लालू और राबड़ी देवी के नाम लिए बगैर उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि, इतना बच्चा कोई पैदा करता है क्या? नीतीश कुमार ने लालू के परिवार और आरजेडी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह परिवार किसी का नहीं है, बल्कि यह इस परिवार की अपनी पार्टी है.

नीतीश ने कटिहार के डण्डखोरा के डुमरिया में जेडीयू प्रत्याशी दुलालचंद गोस्वामी के पक्ष में जन सभा को संबोधित किया. उन्होंने लोगों से विकास के मुद्दे पर एनडीए उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करने की अपील की

'व्यक्तिगत बात बोलने से क्या बिहार के लोगों को फायदा होगा?'

नीतीश कुमार के बयान पर तेजस्वी यादव ने कहा कि वे उनके अभिभावक हैं और उनकी हर बात आशीर्वचन है. उन्होंने कहा कि, ''हम मुख्यमंत्री जी से हाथ जोड़कर यही कहना चाहते हैं कि आप अभिभावक हैं, बुजुर्ग हैं, हम आपका सम्मान करते हैं, करते रहेंगे. आपका अधिकार है, कुछ भी आप हमको कह सकते हैं. जो मन कहे वो कहें, जो भी कहेंगे, मेरे लिए आशीर्वचन होगा और आशीर्वाद होगा. लेकिन व्यक्तिगत बात बोलने से क्या बिहार के लोगों को फायदा होगा? इस समय ऐसी बातें बोलनी नहीं चाहिए. हालांकि कुछ भी बोलें, हम तो आशीर्वचन ही मानेंगे, लेकिन चुनाव में मुद्दों पर बात होनी चाहिए.'' 

तेजस्वी ने कहा कि, ''किसी को व्यक्तिगत बात बोलकर न बिहार का, न बिहार के लोगों का फायदा है.  यह लोकसभा का चुनाव चल रहा है और आजकल हम उनके भाषण सुन रहे हैं. वे क्या बोल रहे हैं? कौन उनको लिखकर दे रहा है? इस तरह की बातें समझ में नहीं आतीं. लोकसभा का चुनाव है, परिवार-परिवार लड़ रहा है क्या? बेरोजगारी पर बात कीजिए, बिहार के विशेष पैकेज के बारे में बात कीजिए, शिक्षा, स्वास्थ्य के बारे में बात कीजिए. पलायन कैसे रोकेंगे मुख्यमंत्री जी, यह बताईए.''

तेजस्वी ने कहा कि, ''उन्होंने 2020 में भी हमारे परिवार पर क्या कहा था. भद्दी बातें बोली थीं.  हम तो भगवान से यही प्रार्थना करेंगे स्वस्थ रहें, सुखी रहें.'' 

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