दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज में शामिल होने वाले छह लोगों की तेलंगाना में कोरोनावायरस से मौत हो गई है. मलेशिया, इंडोनेशिया, सऊदी अरब और किर्गिस्तान सहित 2,000 से अधिक प्रतिनिधियों ने 1 से 15 मार्च तक तब्लीग-ए-जमात में हिस्सा लिया था. इस अवधि के बाद भी 1,400 लोग यहां रुके हुए थे. तेलंगाना के मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से यह जानकारी दी गई है. इससे पहले सोमवार को इस ग्रुप में शामिल 300 लोगों को कोरनावायरस की जांच के लिए दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में ले जाया गया. उधर, निजामुद्दीन की मरकज में शामिल हुए अंडमान के 9 लोग और उनसे से एक की पत्नी कोरोना से संक्रमित पाई गईं है.
Six people from Telangana who attended a religious congregation at Markaz in Nizamuddin area of New Delhi from 13-15 March succumbed after they contracted #Coronavirus. Two died in Gandhi Hospital while one each died in Apollo Hospital, Global Hospital, Nizamabad and Gadwal
— Telangana CMO (@TelanganaCMO) March 30, 2020
मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी बयान के अऩुसार, दो लोगों की मौत गांधी अस्पताल में हुई, एक-एक व्यक्ति की मौत दो निजी अस्पतालों में और एक व्यक्ति की मौत निजामाबाद और एक व्यक्ति की मौत गडवाल शहर में हुई. इसके बाद जिलाधिकारियों के नेतृत्व में विशेष दलों ने मृतकों के संपर्क में आए लोगों का पता लगा लिया है और उन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
निजामुद्दीन में मरकज के मौलाना के खिलाफ दर्ज होगी FIR, दिल्ली सरकार ने पुलिस को दिए निर्देश
मरकज के मौलाना के खिलाफ दर्ज होगी FIR
दिल्ली सरकार ने पुलिस को मरकज के मौलाना के खिलाफ FIR दर्ज करने के निर्देश दिए हैं. निजामुद्दीन मामले को लेकर दिल्ली सरकार की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि 24 मार्च को पूरे देश में कोरोना की वजह से लॉकडाउन की घोषणा की गई थी. इसके बाद होटल, गेस्टहाउस, हॉस्टल और इस तरह के प्रतिष्ठानों के मालिक और प्रशासकों की यह जिम्मेदारी थी कि वह सोशल डिस्टेंशिंग का पूरी तरफ पालन करें. ऐसा लगता है कि यहां इसका पालन नहीं किया जा रहा था. यहां कोरोना को लेकर जारी की गई गाइडलाइन का उल्लंघन किया गया है, जिसकी वजह से कई जिंदगियां खतरे में आ गई है. प्रबंधकों का यह कृत्य आपराधिक है. प्रशासकों ने इऩ शर्तों का उल्लंघन किया है. इसके प्रभारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. लॉकडाउन के दौरान इस तरह के जमावड़े से बचना हर नागरिक की जिम्मेदारी थी और यह एक आपराधिक कृत्य के अलावा और कुछ नहीं है.
बता दें कि दुनिया के साथ-साथ भारत में भी कोरोनावायरस का कहर तेजी से बढ़ता जा रहा है. 180 से ज्यादा देशों में फैल चुका यह वायरस अब तक 33,000 से ज्यादा जानें ले चुका है. दुनियाभर में करीब 7 लाख से अधिक लोग इससे संक्रमित हैं. भारत में इस वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 1251 हो गई है. बीते 24 घंटे में इसके 227 नए मामले सामने आए. देश में अभी तक 32 लोगों की मौत हो चुकी है, हालांकि 102 मरीज इस बीमारी को हराने में कामयाब भी हुए हैं. देश के सभी राज्यों से इसके मरीज सामने आ रहे हैं. केंद्र सरकार ने इससे बचाव के चलते ही देश में 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की है.14 अप्रैल को यह लॉकडाउन खत्म होगा.
VIDEO: दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके से 300 लोगों को कोरोना की जांच के लिए ले जाया गया
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