शिवसेना राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक मंगलवार को संपन्न हुई. कार्यकारिणी में पार्टी की तरफ से एकनाथ शिंदे को मुख्य नेता बनाया गया. साथ ही वीर सावरकर को भारत रत्न देने का प्रस्ताव पास किया गया. बैठक में यह भी मांग रखी गई कि मराठी भाषा को अभिजात भाषा का दर्जा दिया जाए. स्थानीय भूमिपुत्रों को नौकरी में 80 फीसदी स्थान दिया जाए. पार्टी की तरफ से चर्चगेट रेल स्टेशन को चिंतामन राव देशमुख के नाम पर रखने की मांग भी की गई. पार्टी में अनुशासन बनाए रखने के लिए 3 सदस्यों की एक टीम बनाई गई है. दादा भूसे को टीम का प्रमुख बनाया गया है. साथ ही यह भी प्रस्ताव रखा गया कि MPSC और UPSC परीक्षा के लिए मराठी छात्रों को ट्रेनिंग कोचिंग में भी मदद की जाएगी.
गौरतलब है कि हाल ही में चुनाव आयोग की तरफ से एकनाथ शिंदे गुट को पार्टी का नाम और सिंबल दिया गया है. जिसके बाद अब लोकसभा सचिवालय ने संसद भवन स्थित शिवसेना कार्यालय एकनाथ शिंदे वाले धड़े को आवंटित किया गया है. सदन में शिंदे धड़े के नेता राहुल शेवाले के पत्र के जवाब में लोकसभा सचिवालय ने कहा कि संसद भवन में शिवसेना कार्यालय के लिए निर्धारित कक्ष पार्टी को आवंटित किया गया है.
निर्वाचन आयोग ने पिछले सप्ताह एकनाथ शिंदे नीत धड़े को असली शिवसेना के रूप में मान्यता दी थी और उसे चुनाव चिह्न ‘तीर-धनुष' भी आवंटित किया था. इस तरह उद्धव ठाकरे गुट को बड़ा झटका लगा था. इसके बाद, 18 फरवरी को शेवाले ने लोकसभा सचिवालय को पार्टी के लिए कार्यालय आवंटित करने को लेकर पत्र लिखा था. अब तक संसद भवन स्थित संबंधित कार्यालय का दोनों धड़े उपयोग करते थे.
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