आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रमुख गोपाल इटलिया ने इंद्रनील राजगुरु के कांग्रेस ज्वाइन करने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इंद्रनील चाहते थे कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाए. वे इसका दबाव पार्टी पर बना रहे थे. लेकिन पार्टी ने यह निर्णय जनता पर छोड़ा था. जनता ने इशुदान का नाम तय किया. इस बात की इन्द्रनील राजगुरु को नाराजगी है. यह पार्टी जनता की पार्टी है और जनता के निर्णय पर चलेगी.
गुजरात विधानसभा के पूर्व सदस्य इंद्रनील राजगुरु शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल हो गए. वह आम आदमी पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए हैं. आम आदमी पार्टी में जाने से पहले भी वे कांग्रेस में ही थे. वे 'आप' में राष्ट्रीय संयुक्त सचिव थे.
पार्टी में उनका स्वागत करते हुए कांग्रेस के गुजरात प्रभारी रघु शर्मा ने कहा, 'इंद्रनील राजगुरु जी एक विचारधारा से जुड़े हुए थे और आज उसी विचारधारा के साथ काम करने के लिए यह पुनः कांग्रेस परिवार में शामिल हो रहे हैं.'
राजगुरु ने कहा, 'मुझे हमेशा लगता था कि भाजपा देश के लिए एक बुरी पार्टी है और उसे गुजरात में हराना ज़रूरी है. इसलिए मैं 'आप' में गया था ताकि भाजपा को हरा पाएं. लेकिन मैंने पाया कि जैसे भाजपा लोगों को मूर्ख बनाती है वैसे ही 'आप' भी लोगों को मूर्ख बनाने की कोशिश करती है.'
गुजरात की कुल 182 विधानसभा सीटों में से पहले चरण में 89 सीटों पर एक दिसंबर को मतदान होगा तथा शेष 93 सीटों पर पांच दिसंबर को वोट डाले जाएंगे. मतगणना 8 दिसंबर को होगी.
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